अक्सर सब्जियों में पिसा धनिया इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन सूखा साबुत धनिया भी सेहत के लिहाज से कमाल का होता है। धनिये का लेटिन नाम कोरिएंड्रम सातिवम है। यह शीतल और खुश्क प्रकृति का होता है। यह कई रोगों को दूर करने में सक्षम है। नित्य एक चम्मच धनिया चबाना मुंह की दुर्गंध दूर करने का एक कारगर उपाय है। इसके साथ ही यह हमारे लिए कई तरह से फायदेमंद है, आइए जानें....
1 पित्ती : शरीर में पित्ती की तकलीफ हो तो हरे धनिये के पत्तों का रस, शहद और रोगन गुल तीनों को मिलाकर लेप करने से पित्ती की खुजली में तुरंत आराम होता है।
2 नेत्र रोग : आंखों के लिए धनिया बड़ा गुणकारी होता है। थोड़ा सा धनिया कूटकर पानी में उबालकर ठंडा करें, मोटे कपड़े से छानकर शीशी में भर लें। इसकी 2 बूंदें आंखों में डालने से आंखों में जलन, दर्द तथा पानी गिरने जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
3 नकसीर : हरा धनिया 20 ग्राम व चुटकीभर कपूर मिलाकर पिस लें। सारा रस निचोड़ लें। इस रस की 2 बूंदें नाक में दोनों तरफ डालने से तथा रस को माथे पर लगाकर मलने से खून आना तुरंत बंद हो जाता है।