मां दुर्गा का वर्णन : देवी सप्तक...

सुशील कुमार शर्मा
अखंडनी अरूपणी अमर्षणी अघोरनी।
प्रगलभनी प्रबोधनी प्रदर्मनि प्रखंडनी।


 
प्रमोदिनी प्रसादनी प्रदर्पनी प्रसारिणी।
सुधर्मनी सुवासिनी सुमुक्त रूप धारणी।
 
प्रवाहनी प्रगाढ़नि प्रदूपनी प्रमुक्तनी।
सुसुप्तनि सुरुपणी सुगल्भनी सुहासिनी।
 
दुर्ग दुर्ग दुर्गणी घोर घोर घातनी।
घमंडनी घुर्मणि घनीभूत घोरणी।
 
डमड्ड डमड्ड डाकिनी दुरूपणी दुर्मणि।
दुरूह रूह रोपणी खेचरी खरुपणी।
 
आदि आदि अनंतनी अनूप रूप रूपणी।
दर्प दर्प दर्पणी दिगंत गंत गामनी।
 
गर्ज गर्ज गर्जनी गगन स्वरूप दामनी।
शमन शमन शांतनी सर्व सिद्धि प्रदायनी।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

तुलसी विवाह देव उठनी एकादशी के दिन या कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन करते हैं?

Shani margi 2024: शनि के कुंभ राशि में मार्गी होने से किसे होगा फायदा और किसे नुकसान?

आंवला नवमी कब है, क्या करते हैं इस दिन? महत्व और पूजा का मुहूर्त

Tulsi vivah 2024: देवउठनी एकादशी पर तुलसी के साथ शालिग्राम का विवाह क्यों करते हैं?

Dev uthani ekadashi 2024: देवउठनी एकादशी पर भूलकर भी न करें ये 11 काम, वरना पछ्ताएंगे

सभी देखें

धर्म संसार

Saptahik Muhurat 2024: नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त, जानें साप्ताहिक पंचांग 11 से 17 नवंबर

Aaj Ka Rashifal: किन राशियों के लिए उत्साहवर्धक रहेगा आज का दिन, पढ़ें 10 नवंबर का राशिफल

MahaKumbh : प्रयागराज महाकुंभ में तैनात किए जाएंगे 10000 सफाईकर्मी

10 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

10 नवंबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

अगला लेख
More