कविता : ताजा घटनाक्रम पर दोटूक...

डॉ. रामकृष्ण सिंगी
धरपकड़ नए/पुराने बैंककर्मियों की, दिन-दिन फैल रहा है जाल।
पिंजरे में है इतराने वाला, पी. चिदंबरम का लाल।।
अवसरवादी गठबंधन-मेकर, लालू हाल-बेहाल।
जान छुड़ाने मांग रहा माफी, अब बड़बोला केजरीवाल।।1।।
 
उपचुनावों की जीतों ने, जगा दिए हैं कितने सपने।
परंपरागत प्रतिद्वंद्वी भी, लगने लगे अपने-अपने।।
उधर नोटबंदी/जीएसटी का, बासी राग अलापने वाले।
तैयार नहीं हैं अब भी, जमीनी ठोस यथार्थ समझने।।2।।
 
विपक्ष हो मजबूत इससे, कहिए किसको है इंकार।
अच्छे प्रजातंत्र में चाहिए, सचमुच दो दल दमदार।।
पर यारों, मत अवसरवादी गठजोड़ों पर इतराओ।
(वर्तमान शासक दल और मोदी से नेता का)
विश्वसनीय विकल्प तो, कोई कर दिखलाओ तैयार।।3।।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

विवाह के बाद गृह प्रवेश के दौरान नई दुल्हन पैर से क्यों गिराती है चावल से भरा कलश? जानिए क्या है इस रस्म के पीछे का कारण

सावधान! धीरे धीरे आपको मार रहे हैं ये 6 फूड्स, तुरंत जानें कैसे बचें

Easy Feetcare at Home : एल्युमिनियम फॉयल को पैरों पर लपेटने का ये नुस्खा आपको चौंका देगा

जानिए नवजोत सिद्धू के पत्नी के कैंसर फ्री होने वाले दावे पर क्या बोले डॉक्टर्स और एक्सपर्ट

Winter Fashion : सर्दियों में परफेक्ट लुक के लिए इस तरह करें ओवरसाइज्ड कपड़ों को स्टाइल

सभी देखें

नवीनतम

सर्दियों में कपड़ों पर लग जाते हैं रोएं? तो जानिए कपड़ों से लिंट हटाने के ये 7 आसान और असरदार तरीके

सिद्धू की पत्नी के कैंसर के देसी इलाज के दावे को लेकर टाटा मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरों ने लोगों से की अपील

Health Alert : जानिए ये 10 कार्ब्स जो सेहत को नुकसान नहीं, फायदा पहुंचाते हैं

फनी बाल गीत : आज नहीं तो कल पहुंचूंगी

घरेलू नुस्खा : इस DIY हेयर मास्क में है बेजान बालों की समस्या का समाधान

अगला लेख
More