इस वर्ष इंदौर साहित्य उत्सव 21 से 23 दिसंबर 2018 आयोजित होगा
इंदौर शहर की अपनी विशिष्ट पहचान रही है। कला, संस्कृति और साहित्य की अनमोल धरोहर इस शहर में है और इसी शहर से नामचीन लेखक, साहित्यकार, कवि, पत्रकार व कलाकारों ने राष्ट्रीय स्तर तक की ख्याति अर्जित की है। शहर की इसी गरिमामयी लेखन संस्कृति को समेटते हुए प्रति वर्ष यहां साहित्य महाकुंभ 'इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल' का आयोजन किया जाता है।
इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल का इंतजार साहित्यकारों से लेकर साहित्यप्रेमी जनता तक को बेसब्री से रहता है। इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल साहित्यानुरागियों के लिए एक ऐसा विशाल आयोजन होता है, जहां वे अपने प्रिय लेखकों को न सिर्फ सुन सकते हैं बल्कि उनके साथ समय बिता सकते हैं उनसे अनौपचारिक बातचीत भी कर सकते हैं।
इस समूचे महा आयोजन के आयोजक प्रवीण शर्मा ने बताया कि 21 दिसंबर 2018, शुक्रवार से होटल सयाजी में इस तीन दिवसीय फेस्टिवल का आगाज होगा और 23 दिसंबर तक साहित्य का यह उत्सव जारी रहेगा यानी 23 दिसंबर को यह संपन्न होगा। इस साहित्य समागम में शामिल होने के लिए सभी का प्रवेश पूर्णत: निशुल्क होगा।
इन तीन दिनों में अलग-अलग सत्रों में अनेक सामयिक और जरूरी विषयों पर साहित्यिक कार्यक्रम/सत्रों का आयोजन होगा, जिसमें साहित्य और पत्रकारिता के दिग्गजों के साथ, पैनी पैठ के चिंतक और नवोदित उपन्यासकार, ब्लॉगर, भी पाठकों से रूबरू होंगे। देश, संस्कृति और समाज से जुड़े अलग-अलग दिलचस्प विषयों पर वैचारिक मंथन करेंगे। प्रबुद्ध वर्ग अपनी सुविधानुसार अपनी पसंद का सत्र चयन कर सकते हैं।
साहित्य के इस महाकुंभ का मुख्य उद्देश्य कला, संस्कृति और साहित्य को संरक्षित रखना है साथ ही सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रमों के माध्यम से इंदौर शहर में उत्सवधर्मिता को जीवंत रखना भी है। इस तीन दिनों में इंदौर शहर का चप्पा-चप्पा सुविख्यात साहित्यकारों से गुलज़ार रहता है। इस बार का प्रमुख आकर्षण हैं मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड। इसके अतिरिक्त देवदत्त पटनायक, ममता कालिया, मनीषा कुलश्रेष्ठ, नरेन्द्र कोहली, तोमोको किकुची, अश्विन सांघी, ज्ञान चतुर्वेदी, यतींद्र मिश्र, इंदिरा दांगी, स्निग्धा मनचंदा, अजय सोडानी, ममता सिंह, यूनुस खान, मालिनी अवस्थी, नर्मदा प्रसाद उपाध्याय जैसे चमकते नाम भी प्रशंसकों की भीड़ जुटाने में कामयाब होंगे।
शहर के कई बड़े नाम इन सत्रों के मॉडरेटर की भूमिका में होंगे। वेबदुनिया के संस्थापक विनय छजलानी शुक्रवार को देवदत्त पटनायक के साथ एक सत्र में सूत्रधार के रूप में शामिल हो रहे हैं। 21 दिसंबर 2018 को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर वे 'मायथोलॉजी- नॉट जस्ट अबाउट गॉड बट आइडिया' विषय पर सुप्रसिद्ध लेखक विषय विशेषज्ञ देवदत्त पटनायक से रोचक विमर्श करेंगे। वेबदुनिया इस समूचे आयोजन में प्रमुख सहभागी है।