Benefits Of Betel Leaves: पान पूरे भारत ही नहीं और भी कई देशों में खाया जाता है। पान की अनगिनत वैरायटी है। भारत में पान खाया ही नहीं जाता बल्कि इसका उपयोग पूजा में भी किया जाता है और सेहत के लिए घरेलू नुस्खों में भी इसका उपयोग किया जाता है। क्या आप जानते हैं कि पान खाने के क्या हैं फायदे?
1. पाचन क्रिया सही करने में कारगर : पान खाने से खाने पाचन क्रिया बेहतर होती है, क्योंकि इसे चबाते वक्त बनने वाला सलाइवा अधिक बनता है, जो भोजन के पाचन में अहम भूमिका निभाता है।
2. कफ खांसी में लाभदायक : पान का पत्ता, खांसी और कफ की समस्या में लाभकारी साबित होता है। इन पत्तों को पानी में उबालकर उसे पीने से कफ नहीं होता और खांसी भी दूर होती है।
3. शारीरिक दुर्गंध मिटाए : शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए 2 कप पानी में पान के 5 पत्तों को उबालें और जब यह आधा रह जाए तब इसे पिएं। इससे शारीरिक गंध दूर होगी।
4. घाव को ठीक करता है पान : जले हुए स्थान पर पान के पत्तों को पीसकर बनाया गया लेप लगाकर कुछ देर छोड़ दें, फिर इसे साफ कर इसमें शहद लगाने से लाभ होता है और त्वचा जल्दी ठीक होती है।
5. मुंह और मसूड़ों का इलाज : पान के पत्तों में कई एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। मुंह व मसूड़ों से खून खाने की स्थिति में पान के पत्ते में लगभग 10 ग्राम कपूर डालकर इसे चबाने से फायदा होता है। इसके अलावा श्वास की दुर्गंध के लिए भी पान बेमिसाल है। यह मसूड़ों की सूजन में भी लाभदायक माना जाता है। इसे खाने में मुंह की गंध, दांतों पर होने वाला पीलापन, पट्टिका और दांतों की सड़न से राहत मिल जाती हैं। दांत दर्द, मसूड़ों के दर्द, सूजन और ओरल इंफेक्शन से भी राहत मिलती है।
6. यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है: पान खाने से शरीर में बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कम होता है। यूरिक एसिड किडनी के लिए खतरनाक माना जाता है।
7. सर्दी जुकाम: पान को खाने से सर्दी जुकाम में भी लाभ मिलता है क्योंकि पान के पत्ते की तासीर गर्म होती है। पान के पत्तों के सेवन से सर्दी की समस्या में राहत मिलती है।
8. कब्ज को दूर करता पान : पान के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर में पीएच स्तर को सामान्य रखते हैं। इसे खाने से कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्या में लाभ होता है। पान के पत्तों को पीसकर इसे पानी में उबालकर इस पानी को रख दें और फिर सुबह उठकर पानी को छानकर खाली पेट पिएंगे तो कब्ज में लाभ होगा।
9. अस्थमा में लाभदायक : इसका उचित तरीके से सेवन करने पर ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसे रोग में भी लाभ मिलता है।
10. डायबिटीज़ में फायदेमंद : इसमें एंटी हाइपरग्लाइसेमिक गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर में शुगर को कंट्रोल करते हैं। यानी इसके पत्ते खून में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ने से रोकते हैं। सुबह खाली पेट इसके पत्तों को चबाने से टाइप 2 डायबिटीज़ के लोगों को इससे फायदा मिल सकता है।