हरियाणा में लगातार 9 बच्चों की मौत से भय का माहौल फैल गया है। बच्चों में पाए गए लक्षण में सबसे पहले प्लेट काउंट काफी कम था। साथ ही बुखार भी था। इसलिए डेंगू की संभावना जताई जा रही है। मौके पर पहुंची स्वास्थय विभाग की टीम द्वारा लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। हालांकि गंदगी होने के कारण डेंगू, मलेरिया होना आम बात है। घर के आसपास लगातार गंदगी रहना, पानी जमा होना, घर में काई जमना, नमी बने रहना ये सभी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। वहीं इस तरह की गंदगी आसपास मौजूद होने पर डेंगू का खतरा अधिक होता है। क्योंकि डेंगू पानी में मच्छर पैदा करता है। और मच्छर संक्रमण फैलाता है।
हालांकि हरियाणा में लगातार हो रही मौत के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं चला है, ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है। तो आइए जानते हैं डेंगू और मलेरिया के लक्षण, उपचार और सावधानियां -
- प्लेटलेट्स कम होना।
- लगातार हाथ-पैरों में दर्द होना।
- उल्टी, दस्त, भूख नहीं लगाना।
- डेंगू एक बार होने के बाद दोबारा हो सकता है।
- गले में दर्द, खांसी, तेज बुखार आना।
डेंगू से बचाव के उपचार क्या है?
- हमेशा फुल स्लीव्स के कपड़े पहन कर रखें।
- मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- ऑडोमास लगाएं।
- रॉल ऑन लगाया जाता है।
मलेरिया के लक्षण
पसीना आना, बुखार आना, उल्दी, शरीर दर्द होना।
मलेरिया से बचाव के उपचार
- बारिश के मौसम में घर के आसपास गंदगी नहीं होने दें।
- मच्छरों से बचने के लिए पूरी बाहों के कपड़े पहनें।
-घर के आसपास सफाई रखें।
-पानी जमा नहीं होने दें।
- घर में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें।
वहीं अगर देखा जाएं तो प्लेटलेट्स सिर्फ डेंगू में ही कम होती है। मलेरिया में नहीं। हालांकि दोनों बीमारियों का कारण मच्छर ही है और बचने का उपाय आसपास मच्छर मौजूद नहीं होना चाहिए।