इम्यून सिस्टम के मजबूत होने पर हम बीमारियों से लड़ सकते हैं। यदि हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत है तो बीमारी हम पर हावी नहीं हो सकती। अगर हमारी इम्यूनिटी मजबूत है तो यह हमें न सिर्फ सर्दी और खांसी से बचाती है बल्कि हैपेटाइटिस, लंग इंफेक्शन, किडनी इंफेक्शन सहित और कई बीमारियों से हमारा बचाव होता है।
लेकिन हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर है तो हम इसको कैसे पहचान सकते हैं, क्योंकि कई बार यह होता है इम्यून सिस्टम कमजोर तो होता है, पर हम इसे समझ ही नहीं पाते। आखिर कैसे पहचान करें कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, आइए जानते हैं।
अगर आपको लगता है कि आप बार-बार बीमार हो रहे हैं और जुकाम की शिकायत रहती है। बार-बार सर्दी हो जाना और यदि आपके आस-पास ऐसा कोई व्यक्ति है जिसे खांसी है और आपको भी इससे जल्दी खांसी या सर्दी हो जाती है तो आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है।
बदलते मौसम का आपको बीमार करना आपके कमजोर इम्यून सिस्टम को दर्शाता है। यदि आप मौसम के बदलने पर बीमार हो रहे हैं तो आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है। व्यायाम करते समय सांसों का फूलना व जल्दी थक जाना यह कमजोर इम्यून सिस्टम की निशानी है। नींद न आना, आंखों के नीचे काले घेरे, थकान महसूस होना- यह भी कमजोर इम्यून सिस्टम की निशानी है।
अगर आपको लगता है कि आप दूसरों की अपेक्षा बार-बार बीमार होते हैं, जुकाम की शिकायत रहती है, खांसी, गला खराब होना या स्किन रैशेज जैसी समस्याएं रहती हैं तो बहुत पॉसिबल है कि यह आपके इम्यून सिस्टम की वजह से हो। कैंडिडा टेस्ट का पॉजिटिव होना, बार-बार यूटीआई, डायरिया, मसूड़ों में सूजन, मुंह में छाले वगैरह भी खराब इम्यूनिटी के लक्षण हैं।