इस समय में हर कोई अपनी फिटनेस को लेकर चिंतित है। इसलिए युवाओं में जिम का क्रेज ज्यादा देखने को मिल रहा है। बढ़ती डिमांड के वजह से आपको गली मोहल्ले में कोई न कोई जिम जरूर दिख जाएगा। हालांकि आपको सभी जगह जिम में मशीनें तो मिल जाएंगी, लेकिन क्वालिफाइड जिम ट्रेनर मिलना मुश्किल है।
ज्यादातर जिमों में ऐसा देखा जाता है कि ट्रेनर इस काम के लिए क्वालीफाई नहीं होते लेकिन किसी ठीक ठाक फिजिक वाले युवाओं को जो कुछ दिनों तक जिम में प्रैक्टिस करते हैं, उन्हें जिम ट्रेनर के रूप में काम के लिए रख लिया जाता है।
जब भी जिम ज्वॉइन करें तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है। इनमें अच्छे जिम ट्रेनर, सही ट्रेनिंग, सही वर्कआउट, डाइट चार्ट और नींद आदि शामिल हैं।
एक आकर्षक शरीर बनाने में 6 से 12 महीने का समय लगता है और इसके लिए काफी मेहनत भी लगती है। ऐसे में सबसे जरूरी बात यह है कि कोई भी जिम ट्रेनर अगर आप से यह कह रहा है कि वह दो महीने या एक महीने के अंदर एक अच्छी बॉडी बनवा देगा तो आपको ऐसे जिम ट्रेनर से भी बचना चाहिए।
फूड सप्लीमेंट
जिम में जाने के बाद आपको सप्लीमेंट फूड से बचना चाहिए। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपका जिम ट्रेनर आपको कोई फूड सप्लीमेंट लेने या मसल्स बढ़ाने के लिए कोई स्टेरॉयड के इंजेक्शन लगवाने की सलाह तो नहीं दे रहा है। ज्यादातर जिम के अंदर इस तरह के काम करते जिम ट्रेनर दिख जाएंगे। वह आपको बाहर से प्रोटीन, विटामिन और फूड सप्लीमेंट लेने की बात करेंगे, लेकिन खाने से जो प्रोटीन मिलता हैं हमें उस पर अधिक निर्भर रहना चाहिए। अगर शरीर को ज्यादा प्रोटीन या विटामिन की जरूरत है तो डॉक्टरों से संपर्क करना चाहिए।
जिम ट्रेनर
जिम ट्रेनर ट्रेनिंग देने से साथ साथ आपकी डाइट भी प्लान करता है। ऐसे में आपको यह पता करना चाहिए की क्या आपके ट्रेनर के पास डायटिशियन कोर्स की डिग्री है या फिर वह ऐसे ही आपको एक फैशनेबल डाइट बता रहा है। जैसे कि आप घर का खाना मत खाओ या फिर आप रोटी या चावल मत खाओ और भी ऐसी हजारों चीजें जो वह आपको छोड़ने के लिए बोलेंगे। वह आपके लिए एक फैशनेबल डाइट बनाएंगे लेकिन ऐसी डाइट ज्यादातर लोग एफर्ट नहीं कर पाते हैं और लंबे समय तक डाइट फॉलो नहीं कर पाते हैं।