गुजरात में नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी भाजपा

वेबदुनिया से बातचीत में गुजरात भाजपा के मुख्‍य प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा

डॉ. रमेश रावत
वर्ष 2022 के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव भाजपा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे को सामने रखकर ही मैदान में उतरने वाली है। किसी भी नेता को मुख्‍यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया जाएगा। आगामी चुनाव में विकास भी भाजपा का प्रमुख मुद्दा होगा। आइए जानते हैं गुजरात भाजपा के मुख्‍य प्रवक्ता यमल व्यास से वेबदुनिया की खास बातचीत के प्रमुख अंश... 
 
प्रश्न : भाजपा किन मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में जाने वाली है?
उत्तर : भाजपा विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़षगी। विकास से मतलब सिर्फ उद्योग लगाना नहीं है, अपितु हर व्यक्ति का विकास है। पिछले 25 सालों में गुजरात के विकास के लिए भाजपा एक के बाद एक विकास के कार्य करती जा रही है। इसमें सफलता भी मिली है एवं जनता का आशीर्वाद भी मिला है। 
प्रश्न : क्या गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा रहेंगे?
उत्तर : हमारा तो एक ही चेहरा है और वे हैं देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जो कि विश्व में भी सबसे लोकप्रिय नेता हैं एवं आगे भी रहेंगे। उनका एजेंडा ही है हमारा ऐंजेडा है।
प्रश्न : क्या पाटीदार समाज को खुश करने के लिए भूपेन्द्र पटेल को मुख्‍यमंत्री बनाया गया था?
उत्तर : पाटीदार समाज ही नहीं, हर समुदाय का आशीर्वाद भाजपा के साथ है। अब यदि हम लोकसभा चुनाव ही देखें तो उसमें भाजपा को 60 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले थे। इससे यह साबित है कि पाटिदार समुदाय भाजपा के साथ हमेशा से रहा है, आज भी है एवं आगे भी रहेगा। सारे समुदाय के लोग भाजपा के साथ हैं एवं भाजपा को समर्थन करते हैं। 
प्रश्न : गुजरात में कोरोना प्रबंधन का आगामी 2022 के चुनाव पर क्या असर रहेगा? 
उत्तर : कोरोना महामारी में गुजरात में ही नहीं अपितु पूरे देश में काफी कठिन समय था। कोरोना काल में भाजपा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता लोगों के बीच हर दिन रहे। अपनी जान की परवाह किए बिना भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कोविड मरीजों की सेवा की। सरकार ने भी कोविड प्रबंधन में अच्छा काम किया है। करीब 11 करोड डोज गुजरात में दी गई एवं पात्र 98 फीसदी लोगों को दोनो खुराक दी गईं। गुजरात में लोगों ने अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए काम किया है। दूसरे राज्यों के मुकाबले गुजरात में कोविड रिकवरी बहुत अच्छी हुई है। पिछली लहर में भी गुजरात में पहले के मुकाबले इतने केस नहीं रहे एवं मृत्यु दर भी काफी कम रही है। 
प्रश्न : आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा की क्या रणनीति है? 
उत्तर : भाजपा की एक ही रणनीति है, वह है लोगों के बीच जाना लोगों का काम करना है। भाजपा ने पूरे गुजरात में बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया है एवं पार्टी अध्यक्ष सीआर पाटिल के निर्देशन में पेज समिति बनाई है। पूरे राज्य में यह पेज समिति करीब 80 प्रतिशत से बना ली गई है। इस पेज समिति के एक कायकर्ता के नीचे 5 से 6 लोग मिलकर 7 से 8 परिवारों के 30 वोटरों को देखते हैं। उनके साथ ये कार्यकर्ता लगातर संपर्क में रहते हैं। उन्हें भाजपा के कार्यों के बारे में जानकारी देते है एवं लोगों का कोई काम भी हो तो उसे भी पूरा करते हैं। उनकी समस्याओं का निदान करते हैं। 
प्रश्न : 2012 में 16 एवं 2017 में 13 महिला विधायक रह गईं। 2022 के चुनाव में भाजपा महिला विधायकों की संख्या को बढ़ाने की क्या रणनीति अपना रही है और कितनी महिलाओं को टिकट देने की तैयारी में है?
उत्तर : यह तो चुनाव के आने पर पता चलेगा। हालांकि इसका फैसला पार्लियामेंट्री बोर्ड ही करता है। गुजरात में स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण है। स्थानीय इकाइयों में भाजपा ने महिलाओं को अच्छा प्रतिनिधित्व दिया है। इसमें हमें सफलता मिली है एवं महिला रिप्रजेंटेटिव ने गुजरात में बहुत अच्छा काम किया है एंव कर रही हैं। 
प्रश्न : आगामी विधानसभा चुनाव में महिला वोटर्स को लुभाने के लिए क्या रणनीति है? 
उत्तर : समाज के हर वर्ग के लिए हमारी योजनाएं हैं। इन योजनाओं को भाजपा ने इम्लीमेंट किया है एवं इनका लाभ भी आम जन को मिला है। इस साल के बजट में गर्भवती महिलाओं के लिए 1000 दिन तक अच्छा खाना मिले एवं उसके बच्चे का अच्छा स्वास्थ्य रहे, उसकी देखभाल करने के लिए भी प्रावधान किया गया है। 
प्रश्न : अब आम आदमी पार्टी भी आ गई है चुनावी रण में, इसका क्या प्रभाव रहेगा बीजेपी के वोट बैंक पर?
उत्तर : 2021 के स्थानीय चुनाव में भी आप पार्टी ने भी बहुत सारे प्रत्याशी उतारे थे एवं नगर निगम की सारी सीटों पर उन्होंने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन बहुत ही कम सीटें ऐसी हैं, जहां पर उनकी जमानत जब्त नहीं हुई। आम आदमी पार्टी कई बार चुनावों में उतर चुकी है। 2014, 2017, 2019 एवं 2021 में भी यह पार्टी चुनाव लड़ चुकी है, लेकिन कोई असर दिखाई नहीं दिया। हालांकि हम किसी को राजनीति में आने से रोक नहीं सकते। 
प्रश्न : पिछले तीन चुनावों से लगातार छोटे दलों की संख्या बढ़ रही है, उससे निपटने की क्या रणनीति है? 
उत्तर : जो छोटी पार्टियां हैं उनमें गुजरात के लोग ज्यादा रुचि नहीं दिखाते हैं। 
प्रश्न : भाजपा नाराज वोटर्स को अपने पक्ष में करने के लिए क्या प्लान कर रही है?
उत्तर : हर चुनाव के समय रिपोर्ट आती हैं कि भाजपा से फलां तबका, समाज एवं समुदाय दुखी है, लेकिन जब चुनाव परिणाम आते हैं तो भाजपा का वोट शेयर बढ़ता ही है। मुझे लगता है कि गुजरात में धरातल पर जो काम हो रहा है एवं भाजपा के कार्यकर्ता जो काम कर रहे हैं वह काम लोगों तक पहुंचता है। जनता इसे स्वीकारती है एवं हमें हर बार आशीर्वाद देती है। 
प्रश्न : आगामी 2022 के चुनाव में गुजरात में 182 में से भाजपा के खाते में कितनी सीटं आने की संभावना है?
उत्तर : हम मिशन 182 लेकर ही चल रहे हैं। हमारे प्रदेशाध्यक्ष सीआर पाटिल साहब ने हमें 182 सीटों का टारगेट दिया है। हर कार्यकर्ता इसके पीछे लगा हुआ है। हमारी बहुत अच्छी सीटें आएंगी।
प्रश्न : भाजपा ने पिछले 25 सालों में किस प्रकार का विकास किया है, जिससे वोटर प्रभावित होकर भाजपा को वोट डाले?
उत्तर : सन 1989 में गुजरात का बजट करीब 10 हजार करोड़ का था। आज 2022-2023 का बजट जो विधानसभा में पास हुआ है वह 2 लाख 40 हजार करोड़ का पास हुआ है। 2004 से 2014 तक के यदि हम जीडीपी के आंकड़े देखें तो पाएंगे कि देश के हर स्टेट का जो एवरेज जीडीपी है, उससे 30 प्रतिशत अधिक जीडीपी गुजरात का रहा है। आज हर क्षेत्र एवं तहसील में इंजीनियरिंग कॉलेज हैं एवं आने वाले समय में हर तहसील में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने की योजना है। जब भाजपा की सरकार आई तब 6 मेडिकल कॉलेज थे आज 20 से अधिक मेडिकल कॉलेज हो गए हैं। गुजरात में विकास हुआ है। आम जन से भी यह हम पता कर सकते हैं।
प्रश्न : आम आदमी ने दिल्ली एवं पंजाब में फ्री बिजली, पानी, शिक्षा एवं स्वास्थ्य का कैंपन चलाकर दिल्ली एवं पंजाब में अपनी सरकार बना ली। यही कैंपेन वे गुजरात में भी चला रहे हैं, इससे भाजपा कैसे निपटेगी?
उत्तर : गुजरात का जो नागरिक है उसे फ्री में इंट्रेस्ट नहीं है। वह अपने बलबूते आगे बढ़ना चाहता है। दूसरी बात जहां पर आप को सफलता मिली है वे दो स्टेट हैं दिल्ली एवं पंजाब। वहां पर कांग्रेस थी एवं दोनों स्टेट में कांग्रेस ने जमकर भ्रष्ट्राचार किया था। वहां लोग थक गए। आप ने उत्तराखंड, गोवा एवं उत्तर प्रदेश में भी 'मुफ्त' के वादे किए थे, लेकिन उनके प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा पाए। जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां जनता मुफ्त वाले कॉन्सेप्ट से आकर्षित नहीं होती है। भाजपा के शासन में हम लोगों की सेवा अच्छी तरह से करते हैं। हमें पूरा विश्वास है गुजरात की जनता एक बार फिर भाजपा को आशीर्वाद देगी। 
प्रश्न : बूथ स्तर पर भाजपा के क्या प्रयास हैं एवं सदस्यता अभियान की क्या स्थिति है? 
उत्तर : सदस्यता अभियान हमारा नियमित रूप से चलता रहता है। पेज समिती का कार्य 80 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। मतदाता से सीधा संपर्क यह पेज समिति बनाती है। भाजपा के गुजरात में अभी एक करोड़ 10 लाख कार्यकर्ता हैं। गुजारात के 70 हजार से अधिक बूथों पर पेज समिति के कार्यकर्ता अपना काम कर रहे हैं। 
प्रश्न : गुजरात में जातीय समीकरण से निपटने के लिए भाजपा की क्या रणनीति है? 
उत्तर गत दो चुनावों में 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को कुल मतदान का 60 प्रतिशत वोट मिला था। स्थानीय इकाइयों के चुनाव में 70 प्रतिशत से अधिक वोट पूरे गुजरात में भाजपा को मिले हैं। पिछली विधानसभा में 49 प्रतिशत वोट शेयर भाजपा  भाजपा का था। 1995 से लेकर आज तक हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को 50 प्रतिशत तक वोट शेयर मिला है। 
प्रश्न : टिकिट वितरण की क्या रणनीति रहेगी?
उत्तर : जब चुनाव की घोषणा होगी तब ही इस बारे में कुछ खुलासा कर पाएंगे। पिछले चुनाव में 182 विधानसभा सीटों में से 60 से 70 सीटों पर नए चेहरों को मौका दिया गया था। इसका कारण कुछ चुनाव नहीं लड़ना चाहते, जबकि कुछ दूसरी जगह चले जाते हैं। किसी को दूसरी जवाबदारी दे दी जाती है।
प्रश्न : सोशल मीडिया कैंपेन की क्या रणनीति है?
उत्तर : सोशल मीडिया में भाजपा कार्यकर्ता काफी एक्टिव हैं। सोशल मीडिया सेल भी काफी एक्टिव रहता है। पार्टी की योजनाएं एवं सारे कार्यक्रम सोशल मीडिया के माध्यम से हम सभी लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करते हैंह। 
प्रश्न : पिछले 25 सालों में भाजपा की ओर से किए गए विकास कार्यों की जानकारी दीजिए?
उत्तर : सौराष्ट्र में सुजलाम सुफलाम योजना के चलते वहां नर्मदा का पानी पहुंच गया। उसके कारण पहले जो पानी की कमी रही थी वह अब नहीं रही है। संपूर्ण गुजरात में स्टेट एवं नेशनल हाईवे बनाए गए हैं। गुजरात में करीब 200 से अधिक योजनाएं चल रही हैं। 
प्रश्न : युवाओं को आकर्षित करने के लिए भाजपा सरकार ने क्या कार्य किए हैं?
उत्तर : गुजरात में स्टार्टअप को सपोर्ट करने के लिए सरकार सुविधाएं देती है। उसमें हजारों लोगों ने स्टार्ट अप आरंभ किए हैं। जैसे कोई आइडिया लेकर आता है तो ठीक लगने पर पहले उसे 50 हजार रुपए दिए जाते हैं। जैसे-जैसे वह आइडिया डेवलप होता है और प्रोग्रेस होने पर उसे और पैसे दिए जाते हैं। आज 6 हजार से अधिक नए यूनिट अच्छी तरह से काम कर रहे हैं और 60 हजार पाइपलाइन में हैं। इसके नए स्टार्ट अप के जरिए लोग सेल्फ एप्लॉयमेंट तो जनरेट कर ही रहे हैं इसके साथ ही वे एक से लेकर 25 लोगों को रोजगार देने का काम भी कर रहे हैं। निजी क्षेत्र में भी हजारों की संख्या में लोगों के लिए जॉब क्रिएट हो रहे हैं। ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में भी काम किया जा रहा है। प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिला है।
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