सेंट पीटर्सबर्ग (रूस)। लियोनेल मैसी और मार्को रोजो के 1-1 गोल की मदद से अर्जेन्टीना की टीम फीफा विश्व कप में आज रात नाइजीरिया को 2-1 से हराकर नाकआउट दौर में पहुंच गई है। 1-1 की बराबरी के बाद अर्जेन्टीना के लिए निर्णायक गोल रोजो ने निर्धारित खेल खत्म होने के 4 मिनट पूर्व (86वें मिनट) पर दागा। नाइजीरिया के लिए विक्टर मोसेस ने एकमात्र गोल 51वें मिनट में पेनल्टी से गोल किया।
ग्रुप ऑफ डेथ माने जाने वाले इस ग्रुप 'डी' से अर्जेन्टीना के अलावा क्रोएशिया अंतिम 16 में पहुंची है। क्रोएशिया ने एक अन्य मैच में आइसलैंड को 2-1 से शिकस्त दी। पूर्व क्वार्टर फाइनल में अर्जेन्टीना का सामना फ्रांस से और क्रोएशिया का मुकाबला डेनमार्क से होगा।
आज पूरी दुनिया को अर्जेन्टीना और नाइजीरिया के मैच का इंतजार था। यदि यह मैच ड्रॉ भी रहता तो अर्जेन्टीना विश्व कप से बाहर था। यही नहीं, दूसरे मैच में आइसलैंड की जीत भी उसे बाहर कर सकती थी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ क्योंकि मैदान पर मैसी के रूप में अर्जेन्टीना का 'मसीहा' मौजूद था।
मैसी ने शुरुआत में ही अपने खेल का जादू दिखाया और 14वें मिनट पर अकेले नाइजीरियाई डिफेंडरों को छकाते हुए गोल दागकर अर्जेन्टीना को 1-0 की बढ़त दिला दी। मैसी का यह मैजिक गोल इस विश्व कप का 100वां गोल था।
तीन विश्व कप में गोल करने वाले मैसी अपने देश के तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पूर्व यह कमाल डिएगो मेराडोना और ग्रैबियल बतिस्तुता कर चुके हैं। संयोग से मेराडोना आज अपनी टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए स्टेडियम में मौजूद थे।
खेल के 15 मिनट तक अर्जेन्टीना हावी रही और अंतिम 15 मिनट भी उसी का दबदबा रहा। दूसरे हाफ में
नाइजीरिया को बेहतर मौके मिले। मैसी ने पूरे मैच में कप्तानी की छाप छोड़ी। उन्होंने बेहतरीन टच दिखाया और गोल करने की कई कोशिश भी की।
मैसी का मैजिक तो विश्व कप के क्वालिफाइंग मैच में भी इक्वाडोर के खिलाफ देखने को मिला था। तब अर्जेन्टीना एक गोल से पिछड़ रही थी और उसके बाद लियोनेल मैसी की हैट्रिक से उसने मुकाबला 3-1 से जीता था।
अर्जेन्टीना की 2-1 से जीत भारतीयों के लिए राहत की खबर लाई क्योंकि पूरा भारत अर्जेन्टीना को समर्थन कर रहा है और हर कोई चाहता था कि इस मैच में अर्जेन्टीना ही जीते।