मोस्को: फीफा विश्वकप ओलंपिक के बाद विश्व के सबसे बड़े खेल टूर्नामेंट में शुमार है। हर बड़े टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों की सुरक्षा चाक चौबंद कर दी जाती है ताकि किसी अप्रिय घटना से खेल में खलल न पड़ जाए। इस बार सुरक्षा एजेंसियों को और ज्यादा सावधान होना पड़ेगा क्योंकि आतंक का साया इस टूर्नामेंट पर भी पड़ सकता है।
सुरक्षा विशेषज्ञों की मानें तो फीफा विश्वकप में इस्लामिक स्टेट (आईएस) का खतरा हो सकता है। साल 2017 में सोशल मीडिया पर खिलाड़ियों की विचलित करने वाली तस्वीरें देखी गई थी। तब से ही फुटबॉल विश्वकप को लेकर चिंता का माहौल बन गया था।
इस्लामिक स्टेट की शाखा ‘वाफा मीडिया फाउंडेशन’ ने फुटबॉल सुपरस्टार लियोनल मेसी और नेमार की डरावने तस्वीरे सोशल मीडिया पर डाली थी, जिसमे वो चिरपरिचित नारंगी कपड़े पहने हुए थे। इसमें दिया जाने वाला सन्देश बिलकुल साफ़ था। पोस्ट में कहा गया था, “जब तक हम मुस्लिम यहाँ रह रहे हैं तब तक आप सुरक्षित नहीं रह सकते.”
साल 2015 का पेरिस अटैक अभी भी फुटबॉल फैंस के जहन में ताजा है। इस मैच के दौरान तीन सुसाइड बॉम्बरों ने फुटबॉल स्टेडियम के बाहर ब्लास्ट कर दिया था जिसमें काफी जानें गई थी। फुटबॉल फैंस चाहेंगे कि यह महज धमकी निकले और फुटबॉल का महाकुंभ शांतिपूर्ण पूरा हो जाए।