नई दिल्ली। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों से मिलने गए 10 विपक्षी नेताओं ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को खत लिखकर कहा है कि गाजीपुर बॉर्डर पर भारत-पाक सीमा जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
पत्र में विपक्षी सांसदों ने कहा कि गाजीपुर की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की स्थिति जेल के कैदियों जैसी है।
उल्लेखनीय है कि शिरोमणी अकाली दल, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस समेत 10 पार्टियों के 15 सांसद गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों से बातचीत करने के लिए गए थे लेकिन उन्हें किसानों से मिलने ही नहीं दिया गया।
इस बीच दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आंदोलन अब तक अराजनीतिक रहा है और आगे भी रहेगा तथा किसी भी राजनीतिक दल के नेता को उसके मंच का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।