बागपत। राष्ट्रीय लोकदल के सुप्रीमो चौधरी अजीत सिंह अपनी खोई हुई जमीन को वापस पाने के लिए बामनौली में मोदी सरकार और यूपी में योगी सरकार पर जमकर बरसे। चौधरी अजीत मंच से बोले कि के सरकार किसी काम की नहीं है, इसे उखाड़ फेंको। युवाओं से आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार को नष्ट कर दो वरना तुम्हारी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी, अपनी पगड़ी संभाल लो वरना इज्जत खत्म हो जाएगी।
बागपत के बामनौली में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ छोटे चौधरी किसान पंचायत में पहुचे थे। सबसे पहले सम्राट सुलक्षपाल तोमर की जयंती पर उन्हें प्रणाम किया और फिर सरकार को निशाने पर ले लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री को झूठा और सपने दिखाने वाला कहा। उन्होंने कहा कि ये पीएम गरीबों और किसानों के नहीं बल्कि मिल मालिकों और पूंजीपतियों के हैं। एफसीआई को दिवालिया बना दिया गया है, इसलिए वो न्यूतम समर्थन मूल्य नहीं दे सकते।
केन्द्र सरकार के बाद उनके निशाने पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आ गए। अपने तरकश से तीर निकालते हुए अजीत ने कहा कि किसानों का बकाया 15 दिन में देने की बात कही गई थी, लेकिन आज तक नहीं दिया गया। वे बार-बार आते हैं, झूठा वादा करके चले जाते हैं, भुगतान की तारीख देते हैं लेकिन भुगतान नहीं करते है।
किसान कोष्ठ बनाने का सपना दिखाया लेकिन कुछ भी नहीं बना। यूपी का किसान कर्ज में डूबा हुआ है, तीन कृषि कानूनों पर किसानों से चर्चा नहीं की गई, यदि किसानों से बातचीत होती तो उनकी राय लोकसभा में भी रखी जाती, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया।
कृषि कानून के विरोध में आंदोलन करते हुए 200 किसान अपनी जान गंवा चुके है, लेकिन उनके लिए एक ट्वीट नहीं किया गया। किसानों की आय दोगुनी करने की बात तो करती थी, लेकिन आय पहले आधी की और फिर पूरी खत्म करेंगे। सरकार ने रोजगार युवाओं को नौकरी के सपने दिखाए, लेकिन अब उसने युवाओं की नौकरी खत्म कर दी।
अजीत सिंह ने किसानों को एकजुट करने की बात कही है, पगड़ी संभालने और इज्ज़त संभाल कर रखने का आह्वान भी किसानों से किया। किसान पंचायत में भीड़ देखकर रालोद मुखिया गद्गद् हो गए। भाषण के बीच में जमकर तालियां बटोरी। देखने वाली बात होगी कि अजीत सिंह का सरकार उखाड़ने के लिए एकजुट होने का मंत्र आगामी चुनाव में कितना काम आता है।