dussehra 2019 : विजयादशमी पर 'विजय मुहूर्त' में करें शस्त्र पूजन, पढ़ें पौराणिक महत्व

श्री रामानुज
रामायण के अनुसार भगवान श्रीराम ने रावण को हराने के लिए युद्ध का प्रारंभ एक विशेष मुहूर्त में किया था। महाभारत में भी विजय मुहूर्त का उल्लेख है। कहते हैं कि इसी मुहूर्त में शमी नामक पेड़ ने अर्जुन के गाण्डीव नामक धनुष का रूप लिया था।
 
विजय मुहूर्त : इस समय कोई भी पूजा या कार्य करने से अच्छा परिणाम प्राप्त होता है। इस पूजा में मां जगदंबा का अपराजिता स्तोत्र करना बड़ा ही पवित्र माना जाता है।
 
यही वजह है कि क्षत्रिय, योद्धा एवं सैनिक इस दिन अपने शस्त्रों की पूजा करते हैं। यह पूजा आयुध/शस्त्र पूजा के रूप में भी जानी जाती है। वे इस दिन शमी पूजन भी करते हैं।

ALSO READ: सुख-समृद्धि के लिए दशहरे पर करें मां अपराजिता का पूजन, पढ़ें प्राचीन प्रामाणिक विधि

 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

पढ़ाई में सफलता के दरवाजे खोल देगा ये रत्न, पहनने से पहले जानें ये जरूरी नियम

Yearly Horoscope 2025: नए वर्ष 2025 की सबसे शक्तिशाली राशि कौन सी है?

Astrology 2025: वर्ष 2025 में इन 4 राशियों का सितारा रहेगा बुलंदी पर, जानिए अचूक उपाय

बुध वृश्चिक में वक्री: 3 राशियों के बिगड़ जाएंगे आर्थिक हालात, नुकसान से बचकर रहें

ज्योतिष की नजर में क्यों है 2025 सबसे खतरनाक वर्ष?

सभी देखें

धर्म संसार

25 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

25 नवंबर 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Weekly Horoscope: साप्ताहिक राशिफल 25 नवंबर से 1 दिसंबर 2024, जानें इस बार क्या है खास

Saptahik Panchang : नवंबर 2024 के अंतिम सप्ताह के शुभ मुहूर्त, जानें 25-01 दिसंबर 2024 तक

Aaj Ka Rashifal: 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन, पढ़ें 24 नवंबर का राशिफल

अगला लेख
More