12 नवंबर : विश्व निमोनिया दिवस आज, जानिए लक्षण एवं उपचार
, गुरुवार, 12 नवंबर 2020 (11:38 IST)
प्रतिवर्ष 12 नवंबर को निमोनिया के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 'विश्व निमोनिया दिवस' मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र द्वारा 12 नवंबर 2009 को की गई थी, जिसका उद्देश्य विश्वभर में लोगों के बीच निमोनिया के प्रति जागरूकता फैलाना था।
आज के समय में निमोनिया एक आम बीमारी बन गई है। सर्दी के मौसम में वैसे भी बच्चों से लेकर वृद्ध तक किसी को भी निमोनिया हो जाता है अत: इस बीमारी से बचने के लिए इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई। आइए जानें कैसे बचे इस बीमारी से...
लक्षण- सूखी खांसी आना, सांस लेने की गति बढ़ जाना, पीठ के बल लेटने में दिक्कत होना, तेज बुखार, छाती में दर्द, पसीना आना, अधिक पेशाब आना, सिरदर्द, प्यास अधिक लगना, फेफड़ों में सूजन आना, नाड़ी की गति बढ़ना, बलगम के साथ खून आना, भूख कम लगना, कमजोरी महसूस होना इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं।
बचाव और उपचार- सर्दी के मौसम में बढ़ती ठंड से निमोनिया होने का खतरा बढ़ जाता है। निमोनिया की बीमारी कई बच्चों के लिए जानलेवा साबित होती है। इसके लक्षणों को तुरंत पहचान कर इलाज कराना जरूरी होता है। मेनिंजाइटिस और सेप्टीसीमिया बहुत जल्द ही बढ़ जाते हैं। इसीलिए बिना देर किए इन रोगों का उपचार तुरंत किया जाना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इन रोगों के उपचार में एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग किया जाता है और अगर यह उपचार सही समय पर किया जाए तो ही अधिक प्रभावशाली होता है।
कुछ जीवाणु एंटीबायोटिक्स का प्रतिकार करने वाले होते हैं। अतः ऐसे में रोगी को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है। आप अपने बच्चों को क्रमाणुगत टीकाकरण द्वारा घातक रोगों से बचा सकते हैं।
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