नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) कई मौके ऐसे आए जब उम्मीदवारों और उनके समर्थकों की सांसें हलक में आ गईं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया लंबे समय तक पीछे रहे, लेकिन राहत तब मिली जब उन्होंने बढ़त बना ली। सबसे बड़ा उलटफेर मुस्तफाबाद में देखने को मिला।
मुस्तफाबाद से भाजपा उम्मीदवार जगदीश प्रधान ने एक समय 30 हजार से ज्यादा मतों की लीड हासिल कर ली थी और जीत के प्रति आश्वस्त भी हो गए थे। ...और संभवत: उन्हें इसका अनुमान भी नहीं होगा कि इतनी बढ़त के बावजूद सीट उनके हाथ से निकल जाएगी।
लंबे समय तक बढ़त बनाए रखने के बाद उनके समर्थकों में भी जोश था, लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया जब प्रधान आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हाजी यूनुस से आश्चर्यजनक रूप से पिछड़ गए।
चुनाव आयोग के ही अंतिम अपडेट के मुताबिक हाजी ने प्रधान पर 18 हजार से ज्यादा मतों की बढ़त बना ली। 2015 के विधानसभा चुनाव में जगदीश प्रधान इस सीट से विजयी हुए थे। प्रधान उस समय 6031 वोटों से जीत दर्ज की थी।