लीड्स। प्रतिभा को मुश्किल समय में हौसला अफजाई की जरूरत होती है और रोहित शर्मा को यह समर्थन युवराज सिंह से मिला जिन्होंने अहम समय में रन बनाने की भारतीय उपकप्तान की क्षमता पर भरोसा जताया।
1 विश्व कप में सर्वाधिक 5 शतक का रिकॉर्ड बनाने वाले रोहित मुंबई इंडियंस के आईपीएल में खिताबी अभियान के दौरान भी अच्छी फॉर्म में थे। आईपीएल के दौरान रोहित ने अपनी आशंकाओं को लेकर युवराज से बात की जिन्होंने भारत को 2 वैश्विक खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
शनिवार को श्रीलंका पर भारत की 7 विकेट की जीत के बाद रोहित ने कहा कि मैं बड़ी पारियां नहीं खेल पा रहा था (आईपीएल के दौरान)। वह (युवराज) मेरे लिए बड़े भाई की तरह है। इसलिए हम हमेशा खेल जीवन के बारे में बातें करते हैं। उसने कहा कि जब जरूरत होगी तुम रन बनाओगे। मुझे लगता है कि वह संभवत: विश्व कप के बारे में कह रहा था।
रोहित का मानना है कि इससे मदद मिली कि युवराज को उनकी स्थिति 2011 विश्व कप से पहले अपनी फॉर्म की तरह दिखी। उन्होंने कहा कि आईपीएल के दौरान खेल को लेकर हमारी अच्छी बातचीत हुई, क्योंकि 2011 में विश्व कप से पहले वह भी इसी चरण से गुजर रहा था और पर्याप्त रन नहीं बना पा रहा था।
रोहित ने कहा कि उसने मुझे मानसिक स्थिति सही रखने को कहा। और उसने भी यही किया था और यही कारण है कि उस विश्व कप में वह इतना सफल रहा था। हमने यही बात की। एक टूर्नामेंट में 5 शतक बड़ी उपलब्धि है लेकिन रोहित ने कहा कि वह इसे बड़ी उपलब्धि तभी मानेंगे जब भारत 14 जुलाई को ट्रॉफी जीतेगा।
यह पूछने पर कि क्या यह विश्व रिकॉर्ड उनके करियर का अहम बिंदु रहेगा कि अगर हम विश्व कप जीतने में सफल रहे तो संभवत: ऐसा होगा। उन्होंने कहा कि अगर नहीं तो मैं कुछ कह नहीं सकता, क्योंकि अंतत: टूर्नामेंट जीतना महत्वपूर्ण है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितने रन बनाए या आपने कितने विकेट लिए।
एक विश्व कप में सचिन तेंदुलकर के सर्वाधिक 673 रन के रिकॉर्ड से रोहित सिर्फ 26 रन पीछे हैं। उन्होंने अब तक 647 रन बनाए हैं। उन्होंने कहा कि मैं यहां रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं आया हूं। मैं यहां खेलने और रन बनाने तथा कप उठाने के लिए आया हूं। मैं यहां इसीलिए आया हूं। ईमानदारी से कहूं तो मैं इन चीजों के बारे में नहीं सोच रहा। (भाषा)