लंदन। अभ्यास मैच में अपने धाकड़ बल्लेबाजों की ताकत दिखा चुकी वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम शुक्रवार को आईसीसी विश्व कप-2019 में अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ करेगी, जो पिछले निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद उलटफेर करने में माहिर मानी जाती है।
नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में पाकिस्तान और वेस्टइंडीज की टीमें एक-दूसरे के खिलाफ विश्व कप की शुरुआत सफलता के साथ करने उतरेंगी। दोनों ही टीमों की सबसे बड़ी कमजोरी इनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है लेकिन अपने दिन ये बड़े उलटफेर करने से चूकती नहीं जिससे किसी भी बड़ी टीम को हराने का माद्दा रखती हैं।
हालांकि मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार वेस्टइंडीज को पाकिस्तान के खिलाफ भारी माना जा रहा है जिसने न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ विश्व कप से पूर्व अपने अभ्यास मैच में 49.2 ओवर में ही 421 का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया था और उसके खिलाड़ियों का दावा है कि वे मुख्य मुकाबलों में इस आंकड़े को 500 तक भी पहुंचा सकते हैं।
दूसरी ओर पाकिस्तान की तैयारी को आईसीसी टूर्नामेंट के हिसाब से औसत दर्जे का कहा जा सकता है जिसका अभ्यास मैचों में प्रदर्शन खराब रहा।
1992 की चैंपियन पाकिस्तान को विश्व कप में पदार्पण कर रही अफगानिस्तान की गैर अनुभवी टीम ने हार का शर्मनाक घूंट पिला दिया जिसने टूर्नामेंट की शुरूआत से पूर्व ही उसे मनोवैज्ञानिक दबाव में ला दिया है। वहीं बंगलादेश के खिलाफ दूसरे अभ्यास मैच में उसे गलतियां सुधारने का मौका ही नहीं मिला जो बारिश से रद्द रहा था।
इससे पहले मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ हुई उसकी आखिरी पांच मैचों की वनडे सीरीज में उसे 0-4 से एकतरफा हार झेलनी पड़ी थी। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने अपने आखिरी 10 वनडे मैचों को भी गंवाया है।
हालांकि आईसीसी टूर्नामेंटों में पाकिस्तान का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण उसने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी-2017 में दिया था। पाकिस्तान की मौजूदा टीम में युवा खिलाड़ियों की भरमार है और वह इस बार 10 नए चेहरों के साथ टूर्नामेंट में उतर रही है।
सरफराज अहमद की कप्तानी में पाकिस्तानी टीम में फखर जमान, इमाम उल हक, बाबर आजम, आबिद अली, शादाब खान, फहीम अशरफ, इमाद वसीम, शाहीन आफरीदी, हसन अली और मोहम्मद हसनेन विश्व कप में पदार्पण करेंगे।
वहीं टीम में अनुभवी वहाब रियाज को मौका दिया गया है जिन्होंने दो वर्षों से एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ही नहीं खेला है। हालांकि 38 साल के मोहम्मद हफीज पाकिस्तानी टीम में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं, जो 2015, 2011 और 2007 विश्व कप में टीम का हिस्सा रहे थे। हफीज ने हालांकि 2015 विश्व कप में एक भी मैच नहीं खेला था लेकिन बाकी दो टूर्नामेंटों में कुल 10 मैच खेले और 230 रन बनाए।
तेज गेंदबाज हसन अली की भी इंग्लिश पिचों पर अहम भूमिका होगी जिन्होंने अगस्त 2016 में पदार्पण के बाद से 49 मैचों में 80 विकेट लिए हैं। वहीं ऑलराउंडर इमाद वसीम भी टीम के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में है जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ मई में हालिया वनडे सीरीज में लीड्स मैच में 53 रन पर तीन विकेट लिए थे और अपने पहले विश्व कप में उनसे बड़े कारनामे की उम्मीद है।
दूसरी ओर वेस्टइंडीज टीम के पास धाकड़ और अनुभवी खिलाड़ियों की फौज है, लेकिन उसे प्रदर्शन में निरंतरता दिखानी होगी। टीम के बल्लेबाज शाई होप इस समय कमाल की फार्म में है जो यहां की पिचों पर हर तरह की गेंदों का सामना कर सकते हैं। उन्होंने आखिरी पांच वनडे पारियों में 170, 109, 30, 87 और 74 के बढ़िया स्कोर किए हैं जबकि अभ्यास मैच में 101 रन की शतकीय पारी खेली थी।
न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में जितनी वेस्टइंडीज टीम की बल्लेबाजी कमाल की रही थी लेकिन गेंदबाजी काफी खराब रही और गेंदबाजों ने विपक्षी टीम के खिलाफ काफी रन लुटाए जिसमें उसे सुधार की जरूरत होगी।
एश्ले नर्स, कार्लोस ब्रेथवेट, ओशन थॉमस, केमर रोच, मध्यम तेज गेंदबाज शेल्डन कोट्रेल के रूप में वेस्टइंडीज के पास मजबूत गेंदबाजी लाइन-अप है लेकिन इन्हें पाकिस्तान के बल्लेबाजों को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभानी होगी।
1992 की चैंपियन पाकिस्तान और 1975 तथा 1979 की चैंपियन वेस्टइंडीज के बीच विश्व कप में अब तक 10 मैच खेले गए हैं, जिसमें वेस्टइंडीज टीम ने 7 जीते हैं जबकि पाकिस्तानी टीम केवल तीन मैच ही जीत सकी है। ऐसे में आंकड़ों के हिसाब से कैरेबियाई टीम जीत की दावेदार कही जा सकती है, लेकिन इंग्लैंड की पिचों पर पाकिस्तानी गेंदबाज बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।