लीड्स। अफगानिस्तान के कप्तान गुलबदिन नायब ने पाकिस्तान के खिलाफ शनिवार को आईसीसी विश्व कप मुकबाले में 45वें ओवर में खुद गेंदबाजी करने के फैसले का बचाव किया जिसमें उन्होंने 18 रन दिए और यहां से मैच का रुख बदल गया।
मोहम्मद नबी (23 रनों पर 2 विकेट), मुजीब उर रहमान (34 रनों पर 2 विकेट) और राशिद खान (50 रनों पर 1 विकेट) की शानदार स्पिन गेंदबाजी ने पाकिस्तान पर शिकंजा कस दिया था और उन्हें जीत के लिए अंतिम 30 गेंदों में 46 रनों की जरूरत थी।
नायब ने ऐसे में 46वें ओवर में खुद गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसमें इमाद वसीम (नाबाद 49) ने 3 चौके लगाए और इस ओवर से 18 रन बने। इस ओवर के बाद पाकिस्तान को 4 ओवरों में महज 28 रनों की जरूरत थी, जो उसने 7 विकेट के नुकसान पर 2 गेंद शेष रहते हुए हासिल कर लिए। नायब ने 9.4 ओवरों में बिना किसी सफलता के 73 रन लुटाए।
विश्व कप से 2 महीने पहले असगर अफगान की जगह विवादित तरीके से कप्तान बनाए गए नायब ने कहा कि हमें ऐसा लगा कि वे हर गेंदबाज को निशाना नहीं बना रहे हैं। हर टीम की अपनी योजना होती है और मुझे लगा कि 46वां ओवर हमारे लिए अहम है। इसमें 18 रनो बन गए, जो हमारे लिए अच्छा नहीं रहा।
अफगानिस्तान के कप्तान ने कहा कि अगर हामिद हसन चोटिल नहीं होते तो मैं शायद 3 या 4 ओवर से ज्यादा गेंदबाजी नहीं करता, क्योंकि ऐसी पिच पर गेंदबाजी के लिए मेरे पास उचित गति नहीं है।
नायब ने जीत के लिए पाकिस्तान को श्रेय देते हुए कहा कि मुझे लगा कि पाकिस्तान पर ज्यादा दबाव था लेकिन जिस तरह से वे खेले और मैच खत्म किया, उससे उन्हें इस जीत का श्रेय जाता है। अफगानिस्तान की यह टूर्नामेंट में 8वीं हार थी और टीम अपने अंतिम मुकाबले में 4 जुलाई को वेस्टइंडीज से भिड़ेगी। (भाषा)