पिछले दिसंबर के पहले दुनिया का ज्यादातर हिस्सा कोरोना वायरस का नाम तक नहीं जानती थी। पूरी दुनिया अपनी गति से चल रही थी, लेकिन वुहान के एक बदनाम इलाके में जब एक महिला वुहान के सबसे बड़े अस्पताल में अपने बुखार का इलाज कराने पहुंची तो कुछ दिन बाद वो ठीक होकर घर तो आ गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। क्योंकि जिस जगह से उस महिला को यह संक्रमण लगा था, वहां तब तक हजारों लोग पहुंच चुके थे। और अब पूरी दुनिया लॉकडाउन है यानी बंद…
क्या है पहले संक्रमण की कहानी?
हजारों की मौत हो चुकी है। लाखों लोग संक्रमित हैं। इटली, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन और चीन में तबाही मचा चुका वायरस अब तक का सबसे खतरनाक वायरस माना जा रहा है।
इसका कारण यह है कि इसमें मौत का उतना खतरा नहीं है, जितना इसके संक्रमण का खतरा है। एक से दो, दो से दस, दस से सौ और सौ से हजारों में इतनी तेज गति से पसरता है कि इसे रोक पाना नामुमकीन सा है। इसलिए पूरी दुनिया आज लॉकडाउन की स्थिति में आ गई है।
इसी बीच खबर है कि इस खतरनाक वायरस से पीड़ित होने वाले वाले पहले शख्स की पहचान हो गई है।
चीन के बदनाम इलाका है। नाम है हन्नान बाजार। यहां समुद्री केकड़ा और मछली का व्यापार होता है। यहां कई लोग एकत्र होते हैं। खरीददार भी और बेचने वाले भी।
वुहान के म्युनिसिपल कमिशन के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि यहां केकड़ा बेचने वाली महिला वेई गुजियान वो पहली महिला है, जिसे यह संक्रमण हुआ था।
10 दिसंबर को वेई को सर्दी-जुकाम की शिकायत हुई थी, वो वुहान में एक स्थानीय क्लीनिक में इलाज के लिए गई थी। डॉक्टर ने उसे नॉर्मल बुखार बताकर एक इंजेक्शन लगा दिया।
लेकिन वुई को लगातार कमजोरी हो रही थी। इसलिए वो एक दूसरे अस्पताल में गई। लेकिन इसके बाद भी उसे कोई फायदा नहीं हुआ, जिसके चलते वो 16 दिसंबर को वुहान के सबसे बड़े अस्पताल वुहान यूनियन अस्पताल गई।
दिसंबर के आखिरी दिनों में जब यह खबर फैली कि वुहान के सी फूड बाजार में कोरोना वायरस फैल रहा है तो डॉक्टरों ने वेई को क्वांरटीन कर दिया। जनवरी में वो ठीक होकर घर लौट गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक महीने के इलाज के बाद वेई पूरी तरह ठीक हो गई। जांच में बाद में सामने आया कि एक टॉयलेट से उसे कोरोना का संक्रमण हुआ था। इस टॉयलेट को एक मीट व्यापारी उपयोग करता था। जिसे वेई ने भी उपयोग में लिया था।
इसके बाद वुहान के इस सी फूड मार्केट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। वेई को कोरोना का 'पेंशेंट जीरो' माना जा रहा है। हालांकि इसे लेकर अभी कुछ भी साफ नहीं है, क्योंकि चीन के मीडिया में एक 70 साल के आदमी को भी कोरोना संक्रमण का पहला मरीज बताया जा रहा है।