इंदौर। कोरोना वायरस (Corona Virus) Covid-19 के खौफ से पूरी दुनिया सदमे में हैं। चीन से शुरू हुए इस वायरस के कारण पूरी दुनिया में मौत का आंकड़ा 11 हजार के पार पहुंच गया है। सबसे अहम बात यह है कि कोरोना का अभी कोई उपचार भी नहीं है।
कह सकते हैं कि इस घातक वायरस से सावधानी से ही बचा जा सकता है। चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी राष्ट्र के नाम संबोधन में देशवासियों से आग्रह किया है कि वे बहुत ज्यादा जरूरत होने पर ही अस्पताल जाएं ताकि वहां अनावश्यक भीड़ न बढ़ें। ऐेसे में ज्यादा अच्छा है कि आप छोटे-छोटे उपचार अपनाएं साथ ही स्वयं लक्षणों की पहचान कर लें।
कोरोनो को लेकर जब हमने इंदौर के शासकीय अष्टांग आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. धर्मेन्द्र शर्मा से बात की तो कोरोना वायरस हमारे लंग्स और श्वसन तंत्र पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालता है। इसके असर से सांस लेने में तकलीफ होती है।
जब किसी भी व्यक्ति को सर्दी, नाक से पानी आना, बुखार, आंखों से पानी आना, बदन दर्द, खांसी के साथ ही सांस लेने में तकलीफ हो तो इन लक्षणों को हमें चेतावनी के रूप में लेना चाहिए और तत्काल चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। हालांकि हमें डरना बिलकुल भी नहीं चाहिए।
उन्होंने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ाने के लिए छोटे-छोटे घरेलू उपचारों के साथ आयुर्वेदिक औषधियां भी हैं। इनका सेवन किया जा सकता है। त्रिकुटा चूर्ण, लौंग, कालीमिर्च, तुलसी आदि का प्रयोग किया जा सकता है। इसके साथ ही यादि अपने पार्टनर को इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो उनसे इस दौरान दूरी बनाकर रखें। अति निकटता घातक हो सकती है। (ज्यादा जानकारी के लिए वीडियो देखें)