नई दिल्ली। लॉकडाउन के बाद भी भारत में कोरोना वायरस के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। भारत दुनिया के टॉप 10 देशों में आ चुका है। भारत में संक्रमितों की संख्या 1 लाख 38 हजार से ज्यादा हो चुकी है। यह वायरस 4021 लोगों की जान ले चुका है। बढ़ते मामलों के बीच एक खबर आई है कि अब यह वायरस युवा लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है।
'वॉशिंगटन पोस्ट' में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार भारत और ब्राजील जैसे विकासशील देश वायरस संक्रमण के अड्डे बनते जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार भारत में कोरोना मरीजों में युवाओं की संख्या ज्यादा है। इससे पहले यह माना जा रहा था कि यह वायरस बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार ब्राजील में कोरोना वायरस से मरने वालों में 50 साल से कम उम्र के 5 प्रतिशत लोग हैं, जो इटली और स्पेन जैसे देशों से 10 गुना ज्यादा हैं। भारत में कोरोना से मरने वालों में 50 प्रतिशत से अधिक लोग 60 साल से कम उम्र के हैं। रिपोर्ट के ये आंकड़े डराने वाले हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में भारत में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी और यह आंकड़ा 21 लाख तक जा सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन और जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी का कहना है कि जुलाई के पहले हफ्ते में भारत में 21 लाख लोग कोरोना की गिरफ्त में आ सकते हैं। 3 महीने से अधिक के लॉकडाउन के बाद भी भारत में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है।
लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूरों का पलायन एक बड़ी समस्या के रूप में उभरा है और अपने गृह प्रदेशों में जा रहे इन मजदूरों से इन स्थानों पर भी कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ा है। केंद्र और राज्य सरकारों के तमाम प्रयास बौने साबित हो रहे हैं।