एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना वायरस के टीके का इंतजार कर रही है, इसी बीच इंग्लैंड में कोरोना के नए स्ट्रेन के यू-टर्न के बाद दहशत पसर गई है।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। उन्होने बीते सोमवार को कहा कि इंग्लैंड के लगभग 56 मिलियन लोग पूरी तरह से लॉकडाउन में वापस लौटेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह लॉकडाउन संभवतः फरवरी के मध्य तक लागू रहेगा जिससे तेजी से फैल रहे कोरोना के नए स्ट्रेन को रोका जा सके।
इसी बीच बोरिस जॉनसन ने 26 जनवरी के आयोजन में शरीक होने के लिए किया जा रहा अपना भारत दौरा भी रद्द कर दिया है। चिंता की बात है कि भारत में कोरोना के जो नया स्ट्रेन पाया गया है वो यूके से ही भारत में ट्रांसफर हुआ है। यानी भारत में कोविड-19 के नए स्ट्रेन के मामले लगातार बढ रहे हैं। 20 नए केस के साथ अब यहां नए स्ट्रेन का कुल आंकड़ा 58 हो गया है।
ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया में कोरोना के मामले कम होते जा रहे हैं, ठीक उसी समय यूके का लॉकडाउन की तरफ लौटना एक बेहद बुरी और चिंता वाली खबर है। हालांकि भारत में फिलहाल यूके जैसे हालात नहीं है, लेकिन नए स्ट्रेन के बाद अगर यूं कहें कि भारत में लॉकडाउन की एक आहट से मिल रही है तो शायद गलत नहीं होगा।
अपने संबोधन में बोरिस जॉनसन ने कहा कि ये लॉकडाउन बुधवार से लागू हो जाएगा। इसके तहत बुधवार से सभी स्कूल भी बंद हो जाएंगे।
ब्रिटेन में कोरोनावायरस से सबसे अधिक मृत्यु दर के कारण आबादी की तीन-चौथाई लोग अर्थात 44 मिलियन, पहले से ही कठिन प्रतिबंधों को झेल रहे हैं। जॉनसन ने कहा कि सोमवार को कोविड से संक्रमित लगभग 27 हजार लोग अस्पताल में थे जो पिछले साल अप्रैल में प्रकोप की पहली लहर के चरम से भी 40 प्रतिशत अधिक है। पिछले मंगलवार को 80 हजार अधिक लोग सिर्फ 24 घंटे में संक्रमित पाए गए थे।