भोपाल। भोपाल में 12 दिन की एक नवजात बच्ची में कोरोना वायरस संक्रमण के पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार यह राज्य की सबसे कम उम्र की कोरोना वायरस संक्रमित मरीज हो सकती है।
बच्ची के पिता ने बताया कि बच्ची 7 अप्रैल को पैदा हुई थी और उसे शायद महिला स्वास्थ्यकर्मी से कोरोना वायरस संक्रमण मिला जो उसके जन्म के समय अस्पताल में ड्यूटी पर थी और बाद में उसे कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया।
भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि मां और नवजात बच्ची में कोरोना संक्रमण की रविवार को पुष्टि हुई है।
बच्ची के पिता ने कहा कि बच्ची का जन्म सरकारी सुल्तानिया जनाना अस्पताल में 7 अप्रैल को आपरेशन से हुआ था। मां और बच्ची अस्पताल से छुट्टी पाकर 11 अप्रैल को घर आ गए थे।
मैंने दूसरे दिन अखबार में पढ़ा कि अस्पताल में मेरी पत्नी की डिलीवरी के वक्त ड्यूटी पर तैनात महिला स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस संक्रमित पाई गई है।
उसने पीटीआई भाषा से कहा कि इस स्वास्थ्यकर्मी के कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद बच्ची और उसकी मां में संक्रमण आने के शक पर मैंने अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। तब मैंने बरखेड़ी इलाके में लगे स्वास्थ्य शिविर में बच्ची और उसकी मां की जांच कराई और डॉक्टरों ने उनके नमूने जांच के लिए भेज दिए, जिसकी रिपोर्ट रविवार को आने से दोनों कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं।
भोपाल में रविवार तक कोविड-19 मरीजों की संख्या 214 हो गई है। इनमें से 6 मरीजों की मौत हो गई है और 31 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो गए हैं। (भाषा)