छत्तीसगढ़ में रमनसिंह ने शुक्रवार को यहाँ राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सिंह लगातार दूसरी बार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए हैं।
राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में एक भव्य सामारोह में राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन ने सिंह को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। सिंह ने ईश्वर के नाम पर पद और गोपनीयता की शपथ ली। रमनसिंह ने अकेले मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तथा उनके मंत्रिमंडल का बाद में विस्तार किया जाएगा।
शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथसिंह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सपरिवार, वरिष्ठ नेता वैंकया नायडू, अनंत कुमार, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाशसिंह बादल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूरी, मध्यप्रदेश में भाजपा विधायक दल के नेता शिवराजसिंह चौहान, सांसद नवजोतसिंह सिद्धू, हेमामालिनी, रमेश बैस, स्मृति ईरानी तथा अन्य नेता मौजूद थे।
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए थे तथा समारोह स्थल के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया था। लोगों के उत्साह के कारण पुलिस को यहाँ व्यवस्था बनाए रखने के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ा।
छत्तीसगढ़ में यह दूसरा मौका है कि भाजपा ने रमनसिंह के नेतृत्व में सरकार बनाई है। पाँच साल पहले इसी पुलिस परेड मैदान में सिंह ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। राज्य में भाजपा ने इस बार रमन के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा और पूर्ण बहुमत प्राप्त कर 50 सीटों पर विजय हासिल की।
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद राज्य में अजीत जोगी के नेतृत्व में कांग्रेस ने तीन साल तक राज किया तथा वर्ष 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांगेस को मात देते हुए 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 50 सीटों पर विजय प्राप्त कर सरकार बनाई। तब भाजपा ने तात्कालीन प्रदेश अध्यक्ष रमनसिंह को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था।
भाजपा ने इस बार राजनीतिक पंडितों के सारे पूर्वानुमानों को पीछे छोड़ते हुए चुनाव में न केवल अच्छा प्रदर्शन किया बल्कि 50 सीटों पर कब्जा करते हुए सरकार भी बनाई।
रमन ने चुनाव में विजय हासिल करने के बाद कहा था कि पार्टी राज्य की जनता के साथ किए गए वादों को पूरा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोडे़गी।