देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तरप्रदेश की जनसंख्या वर्ष 2001 से 2011 के बीच तीन करोड़ 33 लाख की बढ़ोतरी के साथ 19 करोड़ 95 लाख 81 हजार हो गई है। हालाँकि बीते दशक के दौरान जनसंख्या वृद्धि दर में 5.78 प्रतिशत की उल्लेखनीय गिरावट आई है।
वर्ष 2001 में उत्तरप्रदेश की कुल जनसंख्या 16 करोड़ 61 लाख 97 हजार थी। पिछले दस साल के दौरान प्रदेश में पुरुष-महिला अनुपात में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है और यह पिछले दशक के मुकाबले प्रति हजार 898 से बढ़कर 908 हो गई है, जबकि लिंगानुपात का राष्ट्रीय औसत 940 प्रति हजार है।
प्रदेश में छह वर्ष तक के बच्चों की आबादी में पिछले दशक के मुकाबले छह प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, यानी परिवार नियोजन के प्रयास कारगर साबित हो रहे हैं। मगर इस आयु वर्ग में पुरुष-महिला अनुपात में गिरावट आई है और यह पिछले दशक की प्रति हजार आबादी पर 916 से घटकर 899 रह गया है।
उत्तरप्रदेश की जनगणना निदेशक नीना शर्मा ने मंगलवार को पंद्रहवीं जनगणना के आँकड़े जारी करते हुए बताया कि प्रदेश की आबादी में बीते एक दशक के दौरान 3.33 करोड़ से अधिक की बढ़ोतरी हुई है और अब प्रदेश की जनसंख्या 19.95 करोड़ से अधिक हो गई है, जो पूरे देश की आबादी की 16.95 प्रतिशत यानी छठवें हिस्से के बराबर है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में ताजा जनगणना के अनुसार पुरुषों की संख्या 10 करोड़ 45 लाख 96 हजार है, जबकि महिलाओं की संख्या 9 करोड़ 49 लाख 85 हजार है और इस तरह प्रदेश में महिला पुरुष अनुपात प्रति हजार 908 का हो गया है, जो पिछले दशक में 898 था। (भाषा)