मुंबई। घरेलू शेयर बजारों में गत सप्ताह ढाई प्रतिशत तक की गिरावट के बाद अब निवेशकों की निगाह बजट पर होगी।
वित्तमंत्री अरुण जेटली सोमवार को वित्त वर्ष 2016-17 के लिए आम बजट संसद में पेश करेंगे। यदि बजट निवेशकों को भाया तो बाजार गिरावट से उबरने में कामयाब रह सकता है। इसके अलावा विदेशी शेयर बाजारों की हलचल, कोर उद्योगों के उत्पादन के आंकड़े तथा विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के पीएमआई आंकड़ों का असर भी बाजार की धारणा को प्रभावित करेगा। विनिर्माण क्षेत्र के पीएमआई आंकड़े मंगलवार को तथा सेवा क्षेत्र के गुरुवार को आने हैं।
बजट से पहले निवेशकों की सतर्क बिकवाली तथा विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी के कारण 26 फरवरी को समाप्त सप्ताह में बीएसई का सेंसेक्स 2.34 प्रतिशत यानी 554.85 अंक लुढ़ककर 23154.30 अंक पर रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 2.51 फीसदी यानी 181 अंक फिसलकर 7029.75 अंक पर आ गया। आलोच्य सप्ताह में विदेशी शेयर बाजार भी गिरावट में रहे जिससे घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। बीएसई की मझौली कंपनियों का सूचकांक मिडकैप 2.34 प्रतिशत और छोटी कंपनियों का सूचकांक स्मॉलकैप 3.25 प्रतिशत फिसल गया।
सप्ताह की शुरुआत मजबूत रही। सोमवार को सेंसेक्स 79.64 अंक की तेजी में रहा, लेकिन मंगलवार को बैंकिंग और सार्वजनिक कंपनियों के समूहों में हुई बिकवाली से यह 1.59 प्रतिशत यानी 378.61 अंक लुढ़क गया। बुधवार को यह 321.25 अंक तथा गुरुवार को 112.93 अंक फिसल गया।
अंतिम दिन सेंसेक्स 178.30 अंक चढ़कर 23 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर 23154.30 अंक पर बंद होने में कामयाब रहा, हालांकि यह साप्ताहिक गिरावट को टाल नहीं सका। सेंसेक्स की 30 में से 24 कंपनियों के शेयरों के भाव गिरे जबकि 6 में बढ़त देखी गई। (वार्ता)