एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा फिल्म 'खानदानी शफाखाना' 2 अगस्त को रिलीज होने के लिए तैयार है। यह फिल्म एक ऐसी चीज की बात करती है जिसके बारे में 1.35 बिलियन की आबादी वाले इस देश में सबसे कम चर्चा की जाती है। जी हां, सेक्स।
फिल्म की कहानी पंजाब के बैकग्राउंड पर आधारित है। यह फिल्म एक छोटे से शहर से आईं पंजाबी लड़की बेबी बेदी की कहानी बयां करती है, जिसे अपने चाचा से एक सेक्स क्लीनिक विरासत में मिलती है। उसके पूरे सफर के दौरान, यह फिल्म दर्शकों को इस बात का अहसास कराती है कि इस देश के ज्यादातर हिस्सों में सेक्स अभी भी एक टैबू बना हुआ है और समाज में सेक्स के से जुड़ी गलत सोच को तोड़ने के लिए एक मुहीम छेड़ती है।
इस फिल्म के निर्माताओं ने सेक्स से जुड़े टैबू और इससे जुड़ी समस्याएं समाज में लगभग सभी के आम सुख-शांति पर कैसे असर डालती हैं इस बात का विश्लेषण करने और उसे पेश करने के लिए एक मजाकिया तरीका अपनाया है। इतना ही नहीं, फिल्म में इस बात की झलक मिलती है कि कैसे एक पुरुष प्रधान समाज सेक्स से जुड़ी समस्याओं की वकालत करने वाली और खुलेआम उनका इलाज करने वाली लड़की के प्रति प्रतिक्रिया करता है।
इस फ़िल्म के बारे में बात करते हुए, सोनाक्षी ने कहा, मैंने इस फिल्म में काम करने का फैसला किया उसकी ख़ास वजह इसका सब्जेक्ट है और कैसे यह आज के जमाने से जुड़ा हुआ है। मुझे खुशी है कि शिल्पी ने हमारे देश में सेक्स टैबू के बारे में एक फिल्म बनाने का फैसला किया। यह एक बहुत ही हिम्मत की बात है। मैं लोगों को बेबी बेदी की टैगलाइन को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहूंगी, 'जो है, शर्माओ मत, बात तो करो'।
फिल्म के निर्देशक शिल्पी दासगुप्ता ने कहा कि, यह बेहद आश्चर्य की बात है कि हिंदुस्तानी लोग इस दुनिया की हर चीज़ के बारे में बहुत लंबी-चौड़ी बहस करते हैं। आप समझ सकते हैं, इस मुद्दे को छोड़कर। खैर, अब वक्त आ गया है जब हम सेक्स के बारे में बात करें। मेरा मानना है कि हम इस बारे में जितना जल्दी ज़्यादा खुलेंगे, उतनी ही जल्दी हम एक स्वस्थ समाज में बदलें जायेंगे।
फिल्म में वरुण शर्मा और बादशाह भी हैं, जो बड़े पर्दे पर अपनी शुरुआत कर रहे हैं। भूषण कुमार, महावीर जैन, मृगदीप सिंह लांबा, दिव्या खोसला कुमार द्वारा निर्मित, शिल्पी दासगुप्ता द्वारा निर्देशित यह फिल्म 2 अगस्त 2019 को रिलीज होने के लिए तैयार है।