जायेद खान को रीलॉन्च करेंगे संजय खान, बोले- पिता होने के नाते मेरा फर्ज

Webdunia
सोमवार, 18 मई 2020 (16:14 IST)
अभिनेता जायेद खान एक्टिंग की दुनिया में कमबैक करने के लिए तैयार हैं। दरअसल, जायेद के पिता संजय खान उन्हें रीलॉन्च करना चाहते हैं। संजय अपने बेटे के साथ 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के नायक ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की बायोपिक बनाने की योजना बना रहे हैं।

यह फिल्म एक वॉर ड्रामा होगी, जो शहीद की कहानी बयां करेगी, जिसने अपने देश पर अपनी जिंदगी कुर्बान कर दी। पहली बार जायेद को निर्देशित करने के बारे में बात करते हुए संजय ने बताया, “वह फिल्म इंडस्ट्री के सबसे हैंडसम एक्टर्स में से एक हैं। एक पिता होने के नाते मेरा फर्ज है कि मैं उनके लिए एक फिल्म बनाऊं। फिल्म में दर्शक उन्हें रीडिस्कवर करेंगे।”



उन्होंने आगे बताया, “मैं स्क्रिप्ट पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं क्योंकि मैं इसे विश्वसनीय बनाना चाहता हूं। मैं भारतीय सेना की बहादुरी को दिखाना चाहता हूं, कि वे कैसे पर्याप्त तोपों और उपकरणों के बावजूद लड़े।”

बता दें, जायेद ने 2003 में आई फिल्म ‘चुरा लिया है तुमने’ से बॉलीवुड डेब्यू किया था, लेकिन उन्हें फराह खान की 2004 की फिल्म ‘मैं हूं न’ से पहचान मिली। फिल्म में उनके साथ सुपरस्टार शाहरुख खान नजर आए थे। फिल्मी पर्दे पर वे आखिरी बार 2015 की फिल्म ‘शराफत गई तेल लेने’ में नजर आए थे। इसके अलावा वे 2017 में टीवी शो ‘हासिल’ भी कर चुके हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

बीवी नंबर 1 : सुष्मिता सेन की लंबी हाइट से सलमान खान को नहीं थीं परेशानी, जूतों में लिफ्ट लगाने से कर दिया था इनकार

शूजित सरकार की फिल्म आई वांट टू टॉक को फैंस मिल रहा है जबरदस्त रिस्पॉन्स, सोशल मीडिया पर कर रहे तारीफ

कांतारा : चैप्टर 1 के कलाकारों के साथ हुआ हादसा, बस पलटने से 6 जूनियर आर्टिस्ट्स हुए गंभीर घायल

जालीदार ड्रेस पहन शमा सिकंदर ने फ्लॉन्ट किया कर्वी फिगर, हॉट तस्वीरें वायरल

अरिजीत सिंह की वजह से मिला था आयुष्मान खुराना को पहली बार लाइव परफॉर्म करने का मौका

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव

अगला लेख
More