रोहित शेट्टी की गिनती बॉलीवुड के सफल निर्देशकों में होती हैं। रोहित शेट्टी की हर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाती है। उनके साथ काम करना हर स्टार का सपना रहता है। रोहित शेट्टी को इस मुकाम पर पहुंचने के लिए काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा है।
एक इंटरव्यू के दौरान रोहित शेट्टी ने बताया था कि जब उन्होंने काम की शुरुआत की थी उन्हें 35 रुपए सैलरी मिलती थी। जब फिल्म के सेट तक पहुंचने के लिए भी पैसे नहीं होते थे तब वह पैदल ही निकल पड़ते थे। सेट तक पहुंचने में उन्हें 2 घंटे से भी ज्यादा समय लगता था।
रोहित शेट्टी ने बताया कि 90 के दशक में उन्होंने अपना करियर चीफ असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर शुरू किया था। उस समय उनकी फैमिली की फाइनैंशल कंडिशन बेहद खराब हुआ करती थी। रोहित के पिता एक एक्शन डायरेक्टर थे मगर फिर भी उनका सफर इतना आसान नहीं था।
रोहित ने बताया कि एक समय ऐसा भी था कि उनके पास इतने पैसे नहीं होते थे कि वह सफर पर खर्चा करने के साथ खाना भी खा सकें। उन्हें दोनों में से किसी एक को चुनना होता था। रोहित के अनुसार वे पहले सांता क्रूज में रहते थे। इसके बाद दहिसार में अपनी दादी के घर में शिफ्ट हो गए।
रोहित शेट्टी ने साल 2003 में अजय देवगन को लेकर 'जमीन' फिल्म बनाई, जो बॉक्स ऑफिस पर औसत रही। इसके बाद उन्होंने साल 2006 में फिल्म 'गोलमाल' का निर्देशन किया। यह कॉमेडी फिल्म हिट हो गई। इसके बाद रोहित शेट्टी को कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ा।