मौनी रॉय के पिता चाहते थे उनकी बेटी बने भारतीय सिविल सेवा का हिस्सा

WD Entertainment Desk
शनिवार, 28 सितम्बर 2024 (12:19 IST)
Mouni Roy टीवी से लेकर बॉलीवुड तक अपनी एक्टिंग का जलवा दिखा चुकी हैं। मौनी रॉय 28 सितंबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। मौनी रॉय बचपन से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थीं। लेकिन क्या आप जानते हैं एक्ट्रेस के पिता उन्हें भारतीय सिविल सेवा का हिस्सा बनाना चाहते थे।
 
इस बात का खुलासा मौनी रॉय ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था। एक्ट्रेस ने कहा था, मैं शुरुआत से ही मन ही मन एक्टर बनने की चाह रखा करती थी।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by mon (@imouniroy)

मौन रॉय ने कहाथा, अगर मैं एक्टर नहीं होती तो मैं निश्चित रूप से एक आईएएस अधिकारी बनती क्योंकि मेरे पिता चाहते थे कि मैं भारतीय सिविल सेवा का हिस्सा बनूं।
 
बता दें कि मौनी रॉय ने अपने करियर की शुरुआत बैकग्राउंड डांसर के तौर पर की थी। उसके बाद वह एकता कपूर के सीरियल 'क्यूंकी सास भी कभी बहू थी' में नजर आईं। मौनी बाद में कई टेलीविजन धारावाहिकों और शो में दिखाई दीं। मौनी रॉय ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत साल 2011 में पंजाबी फिल्म 'हीरो हिटलर इन लव' से की थी। 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by mon (@imouniroy)

साल 2018 में मौनी रॉय ने अक्षय कुमार के साथ फिल्म 'गोल्ड' से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की। वह मुख्य अभिनेत्री के तौर पर अब तक रोमियो अकबर वाल्टर, मेड इन चाइना और लंदन कॉन्फीडेंशियल में नजर आ चुकी हैं। मौनी रॉय हाल ही में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के साथ फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' में नजर आई थीं। 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

स्कूल में माला सिन्हा को डालडा कहकर चिढ़ाते थे बच्चे, बचपन से देखती थीं अभिनेत्री बनने का ख्वाब

Citadel Honey Bunny review: हनी और बनी पर बात नहीं बनी

जब बोनी कपूर पर भड़क गई थीं श्रीदेवी

रीता सान्याल के लिए रात में हरियाणवी बोलने की प्रैक्टिस करती थीं अदा शर्मा

कैसी होने वाली है कंगुवा की कहानी? प्रोड्यूसर के. ई. ज्ञानवेल राजा ने खोला राज

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव

अगला लेख
More