एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने पिछले साल सिंतबर में नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। जिसके बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री में मीटू अभियान की लहर दौड़ पड़ी थी। तनुश्री ने कहा था कि 10 साल पहले फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर उनके साथ बदसलूकी हुई थी। इसके बाद तनुश्री ने नाना के खिलाफ मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेश में छेड़छाड़ और बदसलूकी का केस भी दर्ज करवाया था।
मुंबई पुलिस ने मामले की जांच की। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस को जांच में नाना पाटेकर के खिलाफ किसी तरह के सबूत नहीं मिले हैं। इस केस में पुलिस ने बी समरी के तहत चार्जशीट फाइल किया है। इसका मतलब ये है कि लगाए गए आरोपो में कोई तथ्य नहीं मिला है।
हालांकि अब ये कोर्ट के ऊपर है कि वो इस चार्जशीट को स्वीकार करता है या दोबारा इस मामले की जांच का आदेश देता है। दस साल पुराने वाकये को याद करते हुए तनुश्री ने पिछले साल एक इंटरव्यू में बताया था- 'सभी को पता था कि नाना पाटेकर का रवैया औरतों के प्रति क्रूर और अपमानजनक है, सबको पता था कि मेरे साथ गलत हुआ लेकिन किसी ने मेरा साथ नहीं दिया।
तनुश्री ने मशहूर कोरियोग्राफर गणेश आचार्या पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। तनुश्री का कहना था कि वो दो मुंहे हैं, उन्हें सब पता था लेकिन उन्होंने मेरा साथ देने की बजाय नाना पाटेकर का ही साथ दिया।
तनुश्री के आरोप के बाद भारत में मीटू मूवमेंट की शुरुआत हो हो गई थी। जिसके बाद कई महिलाओं ने समाने आकर अपने साथ हुए अत्याचार पर आवाज़ उठाई थी। इस मूवमेंट में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था।