निर्देशक हैदर काजमी बड़े पर्दे पर मधुबनी की 'बैंडिट शकुंतला' की कहानी लेकर आ रहे हैं। साल 1994 में सीमा बिस्वास को लेकर दस्यु सुंदरी फूलन देवी पर एक फिल्म आई थी 'बैंडिट क्वीन'। अब ऐसी ही एक फिल्म 'बैंडिट शकुंतला' लेकर हैदर काजमी आ रहे हैं। बैंडिट शकुंतला बिहार के मधुबनी की कहानी है. इसमें अपने ही रिश्तेदारों और साथी ग्रामीणों द्वारा एक गैंगरेप पीड़िता ने अन्याय का बदला लेने के लिए हथियार उठाया था।
गैंगरेप पीड़िता शकुंतला की कहानी 'बैंडिट क्वीन' फूलन देवी के जीवन से मिलती जुलती है। फिल्म के अभिनेता और निर्देशक हैदर काजमी ने बताया कि इस बायोपिक की पूरी शूटिंग बिहार के जहानाबाद समेत अन्य लोकेशन पर हुई है। इस फिल्म में चर्चित अभिनेता अभिमन्यु सिंह के अलावा, ओमकार दास मानिकपुरी (बॉलीवुड फिल्म पीपली लाइव फेम) भी एक प्रमुख किरदार में हैं।
इस फिल्म की लीड किरदार को खुद दस्यु सुंदरी शकुंतला ने निभाया है। फिल्म में हैदर काजमी भी हैं। इनके अलावा रतनलाल, ललितेश, जफर काजमी और विशाल तिवारी भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं।
फिल्म के संबंध में अभिमन्यु ने कहा, 'मैंने लगभग तीन सप्ताह तक जहानाबाद के पास के गांव के इलाकों में शूटिंग की। यह फिल्म बिहार की सबसे खूंखार महिला डकैत 'शकुंतला देवी' की वास्तविक जीवन की कहानी पर आधारित है। फिल्म के बारे में दिलचस्प बात यह है कि शकुंतला देवी खुद मुख्य किरदार में हैं, जिनके साथ काम करने का अनुभव खास रहा।'
अभिनेता और निर्देशक हैदर काजमी ने कहा कि, 'मुझे यकीन है कि इस फिल्म के बाद अभिमन्यु सिंह अपने फिल्मी करियर की सबसे यादगार भूमिका के साथ दर्शकों के दिल में एक खास जगह बनाएगा। फिल्म दर्शकों को जोड़ने का काम करेगी।'
यूपीजे फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित इस फिल्म के पीआरओ रंजन सिन्हा हैं। फिल्म की कहानी शिवराम यादव ने लिखी है।