मुंबई। भारतीय फिल्म उद्योग से महिला फिल्मकारों ने यौन उत्पीड़न की अपनी कहानियों को साझा करने वाले लोगों का समर्थन करने और दोषी साबित होने वाले किसी के साथ भी काम नहीं करने का फैसला किया है।
कोंकणा सेन शर्मा, नंदिता दास, मेघना गुलजार, गौरी शिंदे, किरण राव, रीमा कागती और जोया अख्तर जैसी कई निर्देशक उन 11 महिला फिल्म निर्माताओं में शामिल हैं जिन्होंने भारत के 'मी टू' अभियान को अपना समर्थन देने की प्रतिबद्धता जाहिर की है।
निर्देशकों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि महिला और फिल्म निर्माताओं के रूप में हमने #मी टू इंडिया अभियान को अपना समर्थन देने का फैसला किया है। हम उन महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो यौन उत्पीड़न के मामलों को लेकर पूरी ईमानदारी के साथ आगे आई हैं।
बयान में कहा गया है कि हम कार्यस्थल में सभी के लिए एक सुरक्षित और समान वातावरण बनाने में मदद के लिए जागरूकता फैलाने के लिए यहां हैं। हमने दोष साबित होने वाले लोगों के साथ काम न करने का भी रुख अपनाया है। हम उद्योग में अपने सभी सहकर्मियों से भी ऐसा करने के लिए आग्रह करते हैं। महिला फिल्म निर्माताओं की इस सूची में अलंकृता श्रीवास्तव, नित्या मेहरा, रुचि नारायण और सोनाली बोस शामिल हैं। (भाषा)