बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा बीते कई दिनों से गरमाया हुआ है। कई सेलेब्स इस मुद्दे पर अपनी राय रख चुके हैं। अब जॉन अब्राहम ने भी इनसाइडर-आउटसाइडर पर चल रही बहस पर अपनी राय रखी है। उन्होंने इसकी तुलना ट्विटर ट्रेंडिंग टर्म से की है।
एक इंटरव्यू के दौरान जॉन अब्राहम ने कहा, हर किसी का अपना सफर होता है। अपनी लड़ाई होती है, जो उसे खुद लड़नी है। और यहां इस इंडस्ट्री में केवल दो विकल्प हैं, या तो काम करो या फिर बैठकर बस जहर घोलते रहो। जब मैंने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत की थी तो मैं एक आउटसाइडर ही था।
फिल्म इंडस्ट्री में दो दशक से ज्यादा का वक्त गुजार चुके जॉन अब्राहम इनसाइडर- आउटसाइड डिबेट पर कहते हैं- नए लोग जो इंडस्ट्री में आ रहे हैं और जो युवा यहां आने की प्लानिंग कर रहे हैं वे सभी खुद के लिए विकल्प ढूंढें। अगर कोई काम नहीं मिलता है तो खुद के लिए काम बनाएं। मैं यहां काम करने आया हूं।
जॉन अब्राहम ने कहा, मुझे ये बात स्पष्ट है कि मैं यहां अपना काम करने आया हूं और इसे अच्छी तरह से करूंगा। क्या मैं इंडस्ट्री के बाहर से आया हूं और इसे अपना बनाया? हां.. यह लोगों के लिए बहुत अच्छा उदाहरण है। क्या पूरी इंडस्ट्री बड़े दिल वाली है?
उन्होंने कहा, क्या मुझे लगता है कि फिल्म इंडस्ट्री के लोग उदार हैं? हां, वो बेहद उदार हैं। क्या इंडस्ट्री में सभी लोग बड़े दिल वाले हैं? शायद नहीं.. लेकिन यह हर इंडस्ट्री की कहानी है।
बता दें कि जॉन अब्राहम ने 2003 में आई फिल्म जिस्म से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। आज वे इंडस्ट्री के सबसे सफल एक्टर-प्रोड्यूसर्स में से एक हैं। जॉन इस समय क्राइम ड्रामा फिल्म 'मुंबई सागा' में व्यस्त हैं। इसके अलावा उनके पा दो और फिल्में सत्यमेव जयते 2 और अटैक है।