भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। खेसारी लाल यादव जितने अपने गानों से फेमस हैं उतना ही उनका विवादों से भी नाता है। बीते दिनों एक लाइव शो के दौरान खेसारी लाल के करीबी दोस्त ने एक लड़के को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद से पूरा राजपूत समाज गुस्से में हैं।
अब विरोधी खेसारी लाल यादव के परिवार और उनकी बेटी को टारगेट किया जा रहा है। वे खेसारी लाल की बेटी कृति की फोटो से छेड़छाड़ कर अश्लील गाने बना रहे हैं, जिससे एक्टर काफी आहात हो गए हैं। खेसारी लाल ने रात तीन बजे इंस्टाग्राम पर लाइव आकर भोजपुरी इंडस्ट्री छोड़ने तक की बात कह डाली।
खेसारी लाल यादव ने कहा, आज मैं पूरा दिन काम नहीं कर पाया हूं। मुझे नींद नहीं आ रही है। भूख नहीं लग रही है, क्योंकि मैं एक पिता भी हूं। मैं बस अपना काम करने के लिए आया हूं। मुझे काम करने दें। मैं काम करना चाहता हूं, लेकिन मुझे काम करने से रोका जा रहा है। मेरे 200 से ज्यादा गाने डिलीट हो चुके हैं। मेरे गाए हुए गानों को कोई दूसरा उठा कर गा देता है और उसे अपने नाम से रिलीज भी कर देता है, क्योंकि मेरे पास कंपनियां नहीं हैं।
उन्होंने कहा, मैं पहले महीने में 20 से 30 गाने गाता था, लेकिन अब 10 गाने ही गाता हूं। बहुत लोगों का नुकसान हो रहा है। मेरा भी नुकसान हो रहा है। अगर आप लोगों को लगता है कि मैं भोजपुरी भाषा के लिए कुछ नहीं कर पाऊंगा तो बता दीजिए। मैं इस इंडस्ट्री को छोड़कर ही चला जाऊंगा। मेरे अंदर इतनी काबिलियत है कि मैं कहीं और जाकर काम कर सकता हूं। मैं केवल आपका मनोरंजन करने के लिए दिन रात मेहनत करता हूं।
खेसारी लाल ने कहा, मुझे काम करने से रोक दिया गया है। ये लोग कौन हैं, कहां से आए हैं? मैं नहीं जानता हूं। मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। मैं भी एक पिता हूं। मेरा भी एक परिवार है। भोजपुरी समाज भी मेरा परिवार है। मैं परिवार के लिए सक्रिय रहता हूं। मैं जितना ईमानदार अपने परिवार के लिए हूं, उतना ही जनता के लिए भी हूं। मैं जनता का मनोरंजन करने के लिए अपने परिवार को समय नहीं दे पाता हूं।
खेसारी ने कहा, मैं आज से पहले इतना दुखी कभी नहीं हुआ था। मैं बहुत दर्द में हूं। मेरी वजह से मेरी बेटी को बेइज्जत किया जा रहा है। मैं अपनी बेटी से आंख भी नहीं मिला पा रहा हूं। उससे फोन पर बात भी नहीं कर पा रहा हूं। मैं उससे क्या कहूंगा कि अपने पापा की वजह से वह बेइज्जत हो रही है।
Edited By : Ankit Piplodiya