सूरज जहां पुलिस कस्टडी में है और पुलिस उससे पूछताछ में लगी हुई है, वही उसकी मां जरीना वहाब ने कहा है कि उनका बेटा निर्दोष है और जिया को आत्महत्या के लिए उकसाने में उसका कोई हाथ नहीं है।
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जरीना ने जिया खान की मां राबिया खान से मिलने की भी कोशिश की ताकि वे उनसे बातचीत के जरिये सूरज का पक्ष रख सकें, लेकिन राबिया खान ने जरीना से मिलने से इंकार कर सीधा संकेत दे दिया है कि वे सूरज को ही कसूरवार मानती हैं।
जरीना का कहना है कि जितना जिया, सूरज को चाहती थी उतना ही सूरज भी जिया को प्यार करता था। राबिया के आरोपों को जरीना ने गलत बताया है।
पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि जिया ने किस अस्पताल में गर्भपात कराया था। जिया द्वारा कथित तौर पर लिखे गए नोट में बलात्कार (रेप) शब्द का जिक्र किया गया है लेकिन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने के बारे में अभी फैसला नहीं किया है।
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इस बीच राबिया ने ट्वीट किया, मेरी बेटी के जबड़े पर चोट लगी थी। उसे इतनी बुरी तरह पीटा गया था कि उसे आखिरी रास्ते अपनाने पर मजबूर कर दिया। काश, मैं वहां होती। उसने (सूरज ने) उसे मारने की जुर्रत कैसे की। सूरज पर आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) का मामला दर्ज किया गया है।
अभियोजन पक्ष की दलीलों को स्वीकार करते हुए मजिस्ट्रेट सीमा जाधव ने सूरज को 13 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। अदालत ने बचाव पक्ष के वकील जमीर खान की इस दलील को खारिज कर दिया कि जिस नोट को हिरासत मांगने का आधार बनाया गया है, उसमें सूरज का नाम नहीं है और उस पर जिया के हस्ताक्षर नहीं हैं।
बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि जिया के परिवार के अनुसार यह नोट तत्काल बरामद नहीं किया गया था, बल्कि यह जिया की मौत के तीन दिन बाद मिला है। खान ने यह भी दलील दी कि छह से आठ महीने के संक्षिप्त प्रेम प्रसंग के दौरान 21 वर्षीय सूरज ने 25 वर्षीय जिया से रिश्तों को लेकर कोई वायदा नहीं किया होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका में जन्मी जिया कई साल से अवसाद में थी।