"मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए/ ले झंडू बाम हुई डार्लिंग तेरे लिए..."। फिल्म "दबंग" का ये गीत लोगों के कानों में कुछ दिन से पड़ रहा है। टीवी पर भी दिखाया-सुनाया जा रहा है।
मलाइका अरोरा खान और सलमान खान... देवर-भाभी जम के नाचे हैं इस गीत पर। पर सवाल कमबख्त यह है कि कोई किसी के लिए झंडू बाम कैसे हो सकता है? बाम तो अँगरेजी शब्द है। स्पेलिंग है बी ए एल एम... जिसका एल साइलेंट है। बाम का मतलब इंग्लिश डिक्शनरी के हिसाब से क्या है? बहुत सारे जो मतलब हैं, उनमें से एक है मरहम।
सरदर्द में बाम सिर पर मला जाता है। सर्दी में छाती पर लगा लिया जाता है। चोट-मोच में भी मसल लो, तो मन तो बहला ही देता है। चलिए मान लिया कि नायिका जो है, वो नायक के वास्ते मरहम हो गई। मगर फिर सवाल यह है कि झंडू ही क्यों? टाइगर बाम या अमृतांजन बाम क्यों नहीं? मेंथोप्लस और फास्ट रिलीफ क्यों नहीं? सबसे पुराना बाम तो अमृतांजन ही है। सरिता-मुक्ता जैसी पत्रिकाओं के कई पुराने अंक इसके गवाह हैं। झंडू बाम का तो तब नाम ही नहीं था।
क्या बकाया बाम मालिकों को मुकदमा नहीं लगाना चाहिए कि गीतकार-संगीतकार ने एक प्रोडक्ट को जबरन फायदा पहुँचाया है जिससे हमें नुकसान हो रहा है। गाने में या तो हमारा भी नाम शामिल किया जाए या झंडू का नाम भी निकलवाया जाए। अगर ऐसा नहीं हो सकता तो यह इंतजाम किया जाए कि सलमान की अगली फिल्मों में एक-एक गाना हर बाम के नाम होगा, जब तक कि हर बाम का नाम गाने में फिट न हो जाए। क्या झंडू का नाम इसलिए मुँह पर चढ़ गया कि अजीब है? लोग गाली के तौर पर भी एक-दूसरे को झंडू बाम कह देते हैं।
एक फिल्मी गीत में हीरोइन, हीरो के लिए दूध-मलाई बनने को तैयार है। कचोरी और पूरी भी बनना चाहती है। दिल का रास्ता पेट से होकर जाता है और नायिका उस रास्ते की धूल बनने को तैयार है। नायक पेटू और चटोरा जान पड़ता है। नायिका उसकी कमजोरी पकड़कर उसे फुसला रही है।
मगर जो नायिका, नायक के लिए झंडू बाम बनना चाहती है, वो नायक को क्या बीमार समझती है? फिर इस बात पर गौर कीजिए कि नायिका किस क्रम में क्या कह रही है। पहले वो बदनाम होने की शिकायत कर रही है, फिर कह रही है कि झंडू बाम हो गई। क्या बदनाम हो जाना ही झंडू बाम हो जाना है? क्या हर बदनाम चीज झंडू बाम है? शेर का एक मिसरा है जिसका अर्थ कुछ इस तरह का है कि अगर बदनाम होंगे तो भी नाम तो मिल जाएगा? इसे अब यूँ भी कहा जा सकता है- बदनाम जो हो जाएँगे क्या बाम न होगा?
आपको लग रहा होगा कि अर्थहीन बातें हो रही हैं। आपका शुब्हा एकदम सही है। जब गाना अर्थहीन होगा तो उस पर गहरी बात कैसे की जा सकती है?