Ramoji Rao career: इनाडु और रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक रामोजी राव का 87 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। मध्यमवर्गीय किसान परिवार में जन्में रामोजी राव ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के जरिए रामोजी ग्रुप जैसा बड़ा साम्राज्य खड़ा किया और दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी रामोजी फिल्मसिटी बनाई।
रामोजी राव का जन्म 16 नवंबर 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में गुडीवाड़ा के पास एक हरे-भरे गांव पेडापरुपुडी में हुआ था। उनके माता-पिता, वेंकट सुब्बाराव और वेंकट सुब्बाम्मा ने उनके दादा की याद में उनका नाम रामय्या रखा था। हालांकि उन्होंने बाद में अपना नाम बदलकर रामोजी कर लिया। उनका पूरा नाम चेरुकुरी रामोजी राव था। बचपन में उन्हें क्रिकेट देखना बेहद पसंद था।
रामोजी राव ने गुडीवाड़ा म्युनिसिपल हाई स्कूल से पढ़ाई की थी, जिसके बाद गुडीवाड़ा कॉलेज से बीएससी की डिग्री प्राप्त की। रामोजी राव को महात्मा गांधी के सिद्धांतों और दलित उत्थान के प्रति असीम लगाव था। अपनी डिग्री पूरी करने के बाद रामोजी को नौकरी के आवेदनों में निराशा हाथ लगी। अंततः उन्होंने दिल्ली में एक विज्ञापन कंपनी में नौकरी कर ली। इसके बाद उन्हें विदेश में नौकरी के अवसर मिले, लेकिन उन्होंने भारत में ही रहना चुना।
वर्ष 1961 में रामोजी ने रमादेवी से विवाह किया और दिल्ली चले गए, जहां उन्होंने एक कलाकार के रूप में अपने कौशल को निखारा। दूसरों की भलाई करने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और बिजनेस के मैदान में उतर गए। रामोजी का व्यवसायिक सफर 1962 में मार्गदर्शी चिटफंड्स से शुरू हुआ, जिसमें विश्वास और विश्वसनीयता पर जोर दिया गया।
रामोजी की अपनी जड़ों के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें 1969 में अन्नदाता पत्रिका शुरू करने के लिए प्रेरित किया, जिसने कृषि विज्ञान केंद्रों और किसानों के बीच की खाई को पाट दिया। 10 अगस्त, 1974 को रामोजी राव ने विशाखापत्तनम में तेलुगु दैनिक ईनाडु की स्थापना की। इस अख़बार ने तेज़ी से लोकप्रियता हासिल की और चार साल में एक प्रमुख प्रकाशन बन गया। यह इस साल अगस्त में अपनी 50वीं वर्षगांठ मनाएगा। 'ईनाडु' ने अपने अभिनव दृष्टिकोण के साथ तेलुगु पत्रकारिता में क्रांति ला दी।
रामोजी राव के नेतृत्व में, ईनाडु समूह ने टेलीविजन (ईटीवी), एक फिल्म निर्माण कंपनी (उषा किरण मूवीज़), और कई अन्य क्षेत्रीय समाचार पत्रों और पत्रिकाओं सहित मीडिया उद्यमों की एक विस्तृत सीरीज़ को शामिल करने के लिए विस्तार किया। वर्ष 1996 में रामोजी राव ने हैदराबाद के पास रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की, जो आज 2,000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है। दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो कॉम्प्लेक्स होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी इसके नाम दर्ज है।
रामोजी फिल्म सिटी में कई विशाल फिल्म सेट, साउंड स्टेज और अन्य मनोरंजन विकल्प शामिल हैं। पिछले कुछ सालों में, यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल के साथ-साथ फिल्म निर्माण का केंद्र भी बन गया है। कहा जाता है कि फिल्ममेकर यहां सिर्फ स्क्रिप्ट लेकर आते और बनी हुई फिल्म लेकर वापस जाते हैं। यहां हर साल करीब 200 फिल्मों की शूटिंग होती है। अब तक यहां करीब 2000 फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।
रामोजी राव ने प्रिया फूड्स के साथ फूड इंडस्ट्री और डॉल्फिन होटल्स का विस्तार किया और हाई क्वालिटी स्टैंडर्ड स्थापित किए। रामोजी ने ईटीवी के साथ टेलीविजन के अनुभव को बदल दिया। इसके जरिए उन्होंने क्षेत्रीय कंटेंट लोगों के सामने पेश किया और मनोरंजन और सूचना प्रसार में नए मानक स्थापित किए। रामोजी राव ने रेडियो और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में भी हाथ आजामाए और आकर्षक कंटेंट पेश किया। इस दौरान उन्होंने अपने मीडिया साम्राज्य का भी विस्तार जारी रखा।
उषाकिरण मूवीज और रामोजी फिल्म सिटी के जरिए उन्होंने सिनेमा पर उनकी छाप ने भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। रामोजी राव द्वारा स्थापित की गई हैदराबाद की रामोजी फिल्म सिटी दक्षिण और बॉलीवुड फिल्मों के लिए एक बड़ा प्लेटफॉर्म है। यह फिल्म सिटी कई सौ एकड़ में फैली है और यहां पर अब तक हजारों फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है रामोजी राव ने हैदराबाद में रामोजी ग्रुप की स्थापना की थी। इस ग्रुप में दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो, रामोजी फिल्म सिटी, ईटीवी नेटवर्क और फिल्म प्रॉडक्शन कंपनी उषा किरण मूवीज शामिल हैं।
रामोजी के अन्य बिजनेस वेंचर्स में मार्गदर्शी चिटफंड, इनाडु तेलुगु अखबार, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स, कालंजलि शॉपिंग मॉल, प्रिया पिकल्स और मयूरी फिल्म डिस्ट्रिब्यूटर्स भी है। वर्ष 2016 में उन्हें शिक्षा, पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।रामोजी राव के प्रोडक्शन हाउस का नाम ऊषाकिरण मूवीज है। उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाईं। वर्ष 2000 में उन्हें 'नूवी कवाली' फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड दिया गया था।