भोपाल के पुलिस आयुक्त एचसी मिश्रा ने बताया कि संक्षिप्त पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, संदेह है कि उसके साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। बच्ची के पड़ोसी, उसकी मां और बहन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मंगलवार को बच्ची उस इमारत से लापता हो गई थी जिसमें वह रहती थी जिसके बाद उसे ढूंढने के लिए ड्रोन और गोताखोरों (आस-पास के जल निकायों और नालों में खोज के लिए) के साथ कम से कम 100 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
आयुक्त ने कहा कि वह उसी इमारत के एक फ्लैट में मृत पाई गई। उसका शव बाथरूम के एक ऊंचे शेल्फ पर एक प्लास्टिक कंटेनर में था। जब पूर्व में घर की तलाशी ली गई थी, तो यह दिखाई नहीं दिया था। आरोपी शव को ठिकाने लगाना चाहता था और उसने चार बार कोशिश की लेकिन इमारत और आसपास के इलाकों में पुलिस की कड़ी तैनाती के कारण वह ऐसा नहीं कर सका।
इस घृणित अपराध की जांच के लिए एस.आई.टी. गठित की गई है। जांच दल को निर्देशित किया है कि सभी तथ्यों का गहराई से अध्ययन करें और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में संलिप्त कोई भी दोषी बचना नहीं चाहिए। इस तरह के वीभत्स अपराधों में फांसी का प्रावधान है और हमारी सरकार प्रयास करेगी कि ऐसे अपराधियों को फांसी जैसी कठोरतम सजा मिले। इसके साथ प्रदेश में इस तरह के सभी मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से शीघ्र न्याय दिलाने हेतु सरकार प्रतिबद्ध है।
शव मिलने के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने हत्यारों के लिए मौत की सजा की मांग करते हुए सड़क जाम कर दी और शाहजहांनाबाद थाने का घेराव किया। लड़की के परिवार के सदस्यों का दावा है कि उन्होंने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस से बंद फ्लैट खुलवाने के लिए कहा था, लेकिन पुलिस ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया। बच्ची का शव मिलने के बाद स्थानीय विधायक आतिफ आरिफ अकील भी थाने पहुंचे।