आदेश कुमार गुप्त
(खेल पत्रकार, बीबीसी हिन्दी के लिए)
'रोहित शर्मा, मैं एक पाकिस्तानी पत्रकार हूं। मैं शानदार शतक पर आपको बधाई देता हूं। आपने मैच को जैसे छीन ही लिया। पाकिस्तान टीम लंबे समय से समस्याओं से जूझ रही है। आप पाकिस्तानी बल्लेबाजों को क्या सलाह देंगे ताकि वे इन समस्याओं से बाहर निकल सकें?'
मौजूदा वर्ल्ड कप में 16 जून को हुए मुकाबले में पाकिस्तान पर भारत की शानदार जीत के बाद एक पाकिस्तानी पत्रकार ने शतकवीर 'मैन ऑफ द मैच' रोहित शर्मा से ये सवाल किया। रोहित ने दिखाया कि बल्लेबाजी में वे 'हिटमैन' हैं तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमाल के हाजिर जवाब।
वे बोले- 'अगर मैं पाकिस्तान को कोच बना तो बिलकुल बताऊंगा। अभी क्या बताऊं?' इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंसी का फव्वारा-सा फट पड़ा।
रोहित का जलवा
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ टॉस गंवाया और पहले बल्लेबाजी की। रोहित शर्मा के 140 और कप्तान विराट कोहली के 77 रनों की मदद से भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में 5 विकेट खोकर 336 रन बनाए।
मैच के बाद अगर पाकिस्तान के पत्रकार रोहित शर्मा से ऐसा सवाल करें तो निश्चित रूप से माना जा सकता है कि अपने चिर-परिचित और परंपरागत प्रतिद्वंद्वी भी उनकी प्रतिभा के कायल हो गए हैं। इससे बढ़कर किसी खिलाड़ी को और क्या सम्मान मिल सकता है?
रोहित का 'मिशन वर्ल्ड कप'
रोहित शर्मा का बल्ला जिस अंदाज में इस विश्व कप में बोल रहा है, उसे लेकर अब यह चर्चा है कि क्रिकेट दुनिया में 'हिटमैन' के नाम से मशहूर रोहित शर्मा क्या किसी खास मिशन पर हैं? ये चर्चा क्यों है, इसका जवाब उनकी बल्लेबाजी देती है।
रोहित शर्मा ने पाकिस्तान के खिलाफ ही 140 रन नहीं बनाए वरन शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ बेहद शानदार 103 रन बनाए। ये इस विश्व कप में उनका 5वां शतक है। पाकिस्तान और श्रीलंका के अलावा रोहित शर्मा ने बांग्लादेश के खिलाफ 104, इंग्लैंड के खिलाफ 102 और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 122 रन बनाए।
टीम इंडिया के संकटमोचक
रोहित शर्मा की इन शतकीय पारियों ने साबित कर दिया है कि वे तमाम विरोधी टीमों पर कितने भारी पड़े। उनके बारे में क्रिकेट समीक्षक शिकायतभरे लहजे में कहते रहे हैं कि उनमें गजब की प्रतिभा है। उनके पास अपने शॉट्स खेलने का बहुत समय है लेकिन वे अपनी प्रतिभा से न्याय नहीं कर पाते। अब रोहित शर्मा ने ऐसे आलोचकों को चुप करा दिया है।
इस विश्व कप में रोहित शर्मा के बल्ले से तब शतक के बाद शतक निकल रहे हैं, जब भारतीय टीम अपनी बल्लेबाजी को लेकर आलोचना के घेरे में है।
जम गई जोड़ी
इस विश्व कप में रोहित शर्मा के नियमित जोड़ीदार शिखर धवन दूसरे ही मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 117 रनों की शतकीय पारी के दौरान अपने अंगूठे की चोट के कारण विश्व कप से बाहर हो गए।
उसके बाद उनकी जगह केएल राहुल ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर ली। ऐसे में रोहित शर्मा पर टीम को ठोस शुरुआत देने का दबाव आ गया। इस दबाव में वे ऐसा निखरे कि कप्तान विराट कोहली के सर से सारा बोझ हट गया।
दरअसल, अभी तक इस विश्व कप में रोहित शर्मा के अलावा विराट कोहली ने ही भारत की ओर से निरंतरता दिखाई है। कमजोर मध्यम क्रम के चलते भारतीय टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी गेंदबाजों ने उठाई।
लय में गेंदबाज
जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के अलावा हार्दिक पांड्या और युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के रूप में तेज और स्पिन के बेहतरीन मिश्रण का परिणाम ये निकला कि भारत कम स्कोर वाले मैच में भी जीतने में कामयाब रहा।
महेंद्र सिंह धोनी को अभी तक अपनी धीमी बल्लेबाजी के कारण आलोचना का सामना करना पड़ रहा है लेकिन जब भारत के अंतिम 4 बल्लेबाज बड़ा योगदान देने की क्षमता न रखते हों तो धोनी भी क्या करें? रोहित शर्मा के 5 शतक के अलावा कप्तान विराट कोहली के बल्ले से इस विश्व कप में लगातार 5 अर्द्धशतक निकले हैं।
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 82, पाकिस्तान के खिलाफ 77, अफगानिस्तान के खिलाफ 67, वेस्टइंडीज के खिलाफ 72 और इंग्लैंड के खिलाफ 66 रन बनाए। विराट कोहली ने शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ आखिरी राउंड रॉबिन मैच में नाबाद 34 रन भी बनाए।
इस विश्व कप में केएल राहुल का रन बनाना भी भारत की मुश्किलें कम रहा है। केएल राहुल ने श्रीलंका के खिलाफ 111, बांग्लादेश के खिलाफ 77, पाकिस्तान के खिलाफ 57, वेस्टइंडीज के खिलाफ 48 और अफगानिस्तान के खिलाफ 30 रन बनाकर शिखर धवन की कमी महसूस नहीं होने दी है।
इसके बावजूद कहना पड़ेगा कि रोहित शर्मा के शतक की धमक की वजह से भारत इस विश्व कप में इंग्लैंड के अलावा किसी और टीम के खिलाफ बडी मुश्किल में नहीं फंसा।
ये देखते हुए कि 5 बल्लेबाजों के बाद भारत के निचले क्रम की बल्लेबाजी की पूंछ डायनासोर की पूंछ जैसी है। रोहित शर्मा, केएल राहुल और कप्तान विराट कोहली यानी 3 शुरुआती बल्लेबाज और उसके बाद धोनी के दम पर सेमीफाइनल तक पहुंचना बड़ी बात है।
आज अगर दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज और श्रीलंका जैसी टीमें कमजोर खेल के कारण आलोचना का शिकार हो रही हैं तो उसका सबसे बड़ा कारण शुरुआती बल्लेबाजों का न चल पाना ही है। इनमें दक्षिण अफ्रीका के हाशिम आमला और वेस्टइंडीज के क्रिस गेल जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी शामिल हैं।
वैसे रोहित शर्मा ने साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में संयुक्त रूप से आयोजित हुए पिछले विश्व कप में भी बांग्लादेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 137 रनों की शतकीय पारी खेली थी यानी अब विश्व कप में उनके शतकों की गिनती 6 हो चुकी है।
सबसे आगे रोहित
अब सवाल ये है कि रोहित शर्मा किस मिशन को लेकर वर्ल्ड कप में शतकों की बरसात कर रहे हैं? रोहित शर्मा साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुए टी-20 विश्व कप और इंग्लैंड में साल 2013 में हुई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी विजेता भारतीय टीम के सदस्य भी रह चुके हैं।
शायद रोहित शर्मा की सबसे बड़ी तमन्ना भारत को आईसीसी विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट का चैंपियन बनते देखने की भी है। शायद इसलिए हर मैच में उनके तेवर बदले नजर आते हैं। कट, पुल, हुक और ड्राइव जैसे हर शॉट रोहित शर्मा के पास हैं इसलिए ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क, पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर से लेकर श्रीलंका के सबसे अनुभवी लसिथ मलिंगा और इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर जैसे रफ्तार के धनी तेज गेंदबाजों का असर उन पर नहीं पड़ा।
रोहित शर्मा वर्ल्ड कप के 8 मैचों में 92.42 के जबरदस्त औसत के साथ 647 रन और 5 शतकों के साथ टूर्नामेंट के सबसे कामयाब बल्लेबाज बने हुए हैं।
अब जबकि भारत चैंपियन बनने से केवल 2 कदम दूर हैं ऐसे में रोहित शर्मा के बल्ले की गूंज का ऐसे ही बरकरार रहना जरूरी है, तभी 'हिटमैन' का वह मिशन पूरा होगा जिसे लेकर वे चल रहे हैं।