फोक्सवैगन ने अपने लोगो यानी प्रतीक चिन्ह में बदलाव कर दिया है। कंपनी ने नए लोगो को फ्रैंकफर्ट मोटर शो 2019 के दौरान पेश किया है। इस मौके पर फोक्सवैगन ने अपनी पहली मास मार्केट इलेक्ट्रिक कार आई.डी.3 के प्रॉडक्शन मॉडल को भी शोकेस किया है।
कंपनी के नए लोगो का डिज़ाइन एकदम सिंपल है और इसमें अक्षर और रिंग के बीच में खाली स्पेस को भी उपयोग में लिया गया है। इस बार कंपनी ने 3 डायमेंशनल लोगो की जगह उसे 2 डायमेंशनल डिजाइन पर तैयार किया है। ऐसे में पिछले वाले कंसेंट्रिक सर्किल वाले लोगो की तुलना में इस बार नए लोगो में केवल एक रिंग ही दी गई है।
फोक्सवैगन ने सिल्वर और ब्लू कलर वाले 3डी लोगो को पहली बार साल 2000 में पेश किया था। हालांकि इस ब्रांड ने अपने कोर कलर ब्लू और व्हाइट को नहीं बदला है। फोक्सवैगन का नया लोगो काफी वर्सेटाइल है जिसमें जरुरत पड़ने पर काफी सारे कलर ऑप्शन इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
लोगो चेंज करने के अलावा कंपनी ने अपनी ब्रांडिंग में बदलाव करने की घोषणा भी की है। जिसमें एक नया साउंड लोगो और प्रेजेंटेशन और एडवरटाइज़मेंट के लिए फीमेल वॉइसओवर शामिल है। कंपनी का कहना है कि ये बदलाव ब्रांड को एक 'फ्रेंडली' आउटलुक देने का काम करेंगे।
फोक्सवैगन नए लोगो और ब्रांड कम्यूनिकेशन में लाइट को डिज़ाइन एलिमेंट के रूप में इस्तेमाल करेगी। नया लोगो, फोक्सवैगन की अपकमिंग कारों के साथ डीलरशिप पर जल्द ही दिखाई देने लगेगा। हालांकि भारत में इसे साल 2020 के मध्य तक उपयोग में लाया जाएगा।
फोक्सवैगन की ये नई पहचान कंपनी की 2025 प्लस प्लान का हिस्सा है। दुनियाभर के ग्राहकों के बीच इलेक्ट्रिक कारों के प्रति बढ़ती लोकप्रियता और डीज़ल कारों को लेकर पैदा हुए संकट के कारण कंपनी को नई आई.डी.3 हैचबैक तैयार करने के लिए प्रोत्साहन मिला है।
फोक्सवैगन की 2025 तक 10 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल बेचने की योजना है। वहीं एमईबी प्लेटफॉर्म के विकसित होने से कंपनी एसयूवी से लेकर मिनी बस तक तैयार कर सकती है। कुल मिलाकर फोक्सवैगन ग्रुप अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में साल 2025 तक 30 इलेक्ट्रिक कार उतारने की योजना बना रहा है।
भारत के लिए फोक्सवैगन एमक्यूबी ए(ओ) इन प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है। इस प्लेटफॉर्म पर एसयूवी कारें तैयार करने के साथ फोक्सवैगन ग्रुप के दूसरे मॉडल भी तैयार किए जाएंगे। यह मॉडल्स कंपनी की इंडिया 2.0 स्ट्रैटिजी के तहत साल 2021 तक भारत में उतारे जाएंगे।