नवग्रह के प्रमुख देवता चंद्र (चंद्रमा) माता का सूचक और मन का कारक है। लोगों की बेचैनी और शांति का कारण भी चंद्रमा है।
कुंडली में चंद्र के अशुभ होने पर मन और माता पर प्रभाव पड़ता है। जानें कैसे चंद्र को बनाएं सुख और समृद्धि देने वाला, आजमाएं ये 11 सरलतम उपाय...। ये उपाय किसी विशेषज्ञ को कुंडली दिखाकर ही किए जाए तो ज्यादा लाभदायी साबित होंगे। आइए जानें...
ये रहें चंद्र के 11 सरल उपाय
* प्रतिदिन माता के पैर छूना।
* शिव की भक्ति।
* सोमवार का व्रत।
* मोती धारण करना।
* पानी या दूध को साफ पात्र में सिरहाने रखकर सोएं और सुबह कीकर के वृक्ष की जड़ में डाल दें।
* चावल, सफेद वस्त्र, शंख, वंशपात्र, सफेद चंदन, श्वेत पुष्प, चीनी, बैल, दही और मोती दान करना चाहिए।
* 'ॐ सोम सोमाय नमः' का 108 बार नित्य जाप करना श्रेयस्कर होता है।
* दो मोती या दो चांदी के टुकड़े लेकर एक टुकड़ा पानी में बहा दें तथा दूसरे को अपने पास रखें।
* कुंडली के छठे भाव में चन्द्र हो तो दूध या पानी का दान करना मना है।
* यदि चन्द्र 12वां हो तो धर्मात्मा या साधु को भोजन न कराएं और न ही दूध पिलाएं।
* सोमवार को सफेद वस्तु जैसे दही, चीनी, चावल, सफेद वस्त्र,1 जोड़ा जनेऊ, दक्षिणा के साथ दान करना।