पक्षियों को दाना-पानी पिलाने से ग्रहों के अनिष्ट फल से छुटकारा मिलता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है। कुंडली में यदि राहु-केतु की वक्र दृष्टि हो तो पक्षियों को बाजरा डालना चाहिए। यदि चंद्र का दुष्प्रभाव हो तो चावल डालना चाहिए। हजार मनुष्यों के बजाए हजार मूक जीवों को भोजन कराना अधिक पुण्य का कार्य है।
खा लो चिड़िया भर-भर खेत :
शास्त्रों के मुताबिक पशु-पक्षियों को दाना-पानी पिलाने से धन और आयु में वृद्धि होती है।
सिखों के गुरुनानक देव जी के बारे में प्रचलित है कि उन्हें बाजरे के खेतों की रखवाली करने भेजा गया। सभी लोग अपने खेतों से पक्षी उड़ा रहे थे मगर गुरुनानक देव पक्षियों को बुला-बुला कर कह रहे थे 'राम जी की चिडिया, राम जी का खेत, खा लो चिड़िया भर-भर खेत"। बाकी लोगों की पैदावार अच्छी नहीं हुई मगर गुरुनानक के खेत की पैदावार चौगुनी हो गई।
इस कहानी के पीछे का तात्पर्य यही है कि पशु-पक्षियों की सेवा से धन में वृद्धि होती है और कुछ घटता भी नहीं।