महालक्ष्मी व्रत 28 या 29 सितंबर को, कब मनाना है उचित, जानिए पंडितों की राय

Webdunia
श्राद्ध के दिनों में आने वाले पर्व गजलक्ष्मी व्रत का अत्यंत शुभ महत्व है। यह व्रत इस बार मत मतांतर से 28 और 29 को माना जा रहा है....अलग अलग पंचांगों में इसकी तिथि अलग बताई जा रही है ....यह व्रत और इस दिन की जाने वाली पूजा का दिवाली से भी ज्यादा महत्व माना गया है....आइए जानते हैं कि कौन सी तारीख को पर्व मनाना शुभ है... 
 
हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 28 सितंबर, दिन मंगलवार को शाम 06.16 मिनट पर हो शुरू होगी व इसका समापन 29 सितंबर को रात के 08.29 मिनट पर होगा। उदया तिथि के कारण इस व्रत को 29 सितंबर को रखा जाएगा।
 
पंडित विशाल जोशी के अनुसार यह व्रत 29 को मनाया जाना उचित है, क्योंकि श्राद्ध पक्ष में 26 को कोई भी तिथि मान्य नहीं हुई है अत: 27 को षष्ठी व सप्तमी आधे-आधे दिन है। 28 तारीख को सप्तमी का श्राद्ध माना गया है उस हिसाब से और उदया तिथि के अनुसार 29 सितंबर को पर्व मनाया जाना सही होगा... 
 
ज्योतिषी वंदना शर्मा का कहना है कि 28 और 29 दोनों दिन पर्व की पूजा की जा सकती है। पंचांग भेद के बावजूद दोनों दिन शुभ समय पर पूजा की जा सकती है। चूंकि गजलक्ष्मी व्रत की पूजा शाम के समय होती है अत: 28 की शाम 8 के बाद और 29 की शाम 8 बजे से पहले करना उचित होगा। 29 सितंबर को रात के 08.29 मिनट के बाद नवमी तिथि लग जाएगी... इस बार 26 को कोई भी श्राद्ध तिथि मान्य नहीं थी... 
पंडित सुरेंद्र बिल्लौरे के अनुसार, मंगलवार, 28 सितंबर 2021 को अष्टमी श्राद्ध किया जाएगा। गजलक्ष्मी देवी का पूजन 29 सितंबर को होगा, क्योंकि ‍29 सितंबर को उदया तिथि में अष्टमी होने के कारण इस पूरे दिन अष्टमी तिथि रहेगी। अत: ‍29 सितंबर का दिन ही गजलक्ष्मी पूजन के लिए उचित माना जाएगा।
 
अगर आप गजलक्ष्मी का पूजन कर रहे हैं तो वह 29 सितंबर को करना सही होगा। लेकिन अष्टमी का श्राद्ध 28 सितंबर को ही किया जाएगा। 
ज्योतिर्विद पंडित हेमंत रिछारिया मानते हैं कि यह व्रत 28 को मनाया जाना उचित है। उनके अनुसार पूजा का शुभ समय होगा 28 सितंबर की दोपहर 3.00 से 4:30 और सायंकाल 7:30-9.00

 
(वेबदुनिया की सलाह है कि मत-मतांतर के चलते परिचित पंडित से पूछ कर ही निर्णय लें। यहां पंडितों के सिर्फ विचार दिए गए हैं) 
ALSO READ: गजलक्ष्मी व्रत 2021 : कैसे करें पूजन, जानिए शुभ मुहूर्त,पूजा विधि,उपाय और कथा

गजलक्ष्मी व्रत कब है, इस दिन विशेष वरदान देती हैं महालक्ष्मी, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि


दिवाली से भी ज्यादा महत्व है गजलक्ष्मी व्रत का, इस दिन खरीदा सोना बढ़ता है 8 गुना


सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Dev uthani ekadashi 2024: देव उठनी एकादशी पर इस बार जानिए पितृदोष से मुक्ति के 5 अचूक उपाय

Tulsi vivah 2024: तुलसी विवाह पूजा की विधि स्टेप बाय स्टेप में, 25 काम की बातें भी जानिए

शुक्र के धनु राशि में गोचर से 4 राशियों को होगा जबरदस्त फायदा

Tulsi vivah Muhurt: देव उठनी एकादशी पर तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त क्या है, जानें विधि और मंत्र

Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा पर क्यों करते हैं दीपदान, जानिए इसके 12 फायदे

सभी देखें

नवीनतम

ज्योतिष की नजर में क्यों हैं 2025 सबसे खतरनाक वर्ष?

Akshay Amla Navami 2024: अक्षय नवमी कब है? जानें पौराणिक महत्व

Amla Navami 2024: कैसे की जाती है आंवला नवमी पर पूजा?

Shani margi 2024: शनि के कुंभ राशि में मार्गी होने से किसे होगा फायदा और किसे नुकसान?

Aaj Ka Rashifal: 08 नवंबर का दैनिक राशिफल, कैसा गुजरेगा आज आपका दिन, पढ़ें 12 राशियां

अगला लेख
More