अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बराक ओबामा की जीत का एशियाई देशों पर व्यापक असर होगा।
जापान के हवाई स्थित क्षेत्रीय सुरक्षा मामलों से जुड़े संगठन (सीएसआईएस) के कार्यकारी निदेशक ब्रॉड ग्लोसेरमैन कहते हैं कि सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय मामलों में बराक ओबामा का दृष्टिकोण बहुमुखी है, इसलिए अमेरिका-जापान संबंधों की दृष्टि से यह जापान के लिए अच्छा अवसर है।
अमेरिका के जापान के साथ संबंध सैन्य संघर्ष पर अधिक आधारित रहे हैं। अमेरिका का वास्तविक सहयोगी बनने के लिए यह जापान के पास बड़ा मौका है। इसके लिए जापान को रणनीति और नया दृष्टिकोण अपनाना होगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि जापानियों को चिंता है कि डेमोक्रेट पार्टी के साथ उनके संबंध ऐसे नहीं रहे हैं जैसे कि रिपब्लिकन पार्टी के साथ रहे हैं।
सोफिया विश्वविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर कोईची नकानो ने कहा है कि जापान के कंजरवेटिव नेताओं के लिए रिपब्लिकनों का साथ आसान रहा है, इसलिए यह उनके लिए चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि हाल फिलहाल किसी तरह के बदलाव की स्थिति नहीं दिखाई देती1 दोनों देशों और विश्व को आज आर्थिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जापान के साथ अमेरिका के संबंध महत्वपूर्ण हैं। डेमोक्रेट पार्टी ने अतीत में चीन के साथ संबंधों को तरजीह दी है और जापान के दिमाग में यह बात रहेगी।