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77 वां स्वतंत्रता दिवस : आजादी के बाद भारत की 10 शीर्ष उपलब्धियां

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15th August 77th Independence Day 2023 : भारत को आजाद हुए 76 वर्ष हो चुके हैं और अब वह अपना 77वां उत्सव मना रहा है। ऐसे में मन में यह सवाल उठता है कि भारत में इन 76 वर्षों में कितनी तरक्की की या क्या उपलब्धियां हासिल की। इस पर पढ़िये एक स्पेशल स्टोरी।
 
1. विश्व की सबसे शक्तिशाली सेना : भारतीय सशस्त्र बल को दुनिया में सबसे शक्तिशाली बलों में एक माना जाता है तो हर तरह की परिस्थिति से निपटने में सक्षम है। भारत की सेना ने कई युद्ध और मानवीय मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। दुनिया में आज भारत 4 बड़ी सैन्य शक्तियों में से एक है और इसके पास दुनिया की अत्याधुनिक मिसाइल, टैंक, लड़ाकू वायुयान ही नहीं बल्कि ड्रोन तकनीक में भी भारत अब शक्तिशाली है। इतना ही नहीं भारत अब अपनी मिसाइल से अंतरिक्ष में घूम रहे सैटेलाइट को भी निशाना बना सकता है। भारत ने रक्षा उत्पादन की दिशा में क्रांतिकारी कदम बढ़ाए हैं। वायु सेना में शामिल लड़ाकू विमान तेजस को लेकर आज दुनिया में चर्चा है।
 
2. स्पेस में बढ़ी भारत की ताकत : भारत का स्पेस मिशन अब पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली बन चुका है। वह अपने ही नहीं बल्कि दूसरे देशों के सैटेलाइट लॉन्च भी करता है। भारत ने एक दिन में 100 सैटेलाइट लॉन्च करने का रिकार्ड बनाया है। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत अब विश्व की चौथी बड़ी शक्ति है। वर्ष 1975 में भारत ने पहले अंतरिक्ष उपग्रह का आर्यभट्ट का डिजाइन तैयार किया था। इसके अलावा मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंचने वाला भारत दुनिया का चौथा और अपने पहले ही प्रयास में सफल रहने वाला पहला देश बन चुका है। भारत ने अपने पहले ही प्रयास में चंद्रमा की पड़ताल के लिए भेजे जाने वाले चंद्रयान को लॉन्च करने में सफलता अर्जित की और चंद्रमा की मिट्टी में पानी के कणों की मौजूदगी की खोज भी की थी। इन सभी कार्यों का श्रेय भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) को जाता है।
 
3. भारत की अर्थ शक्ति : तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था और दुनिया में बदल रहे आर्थिक समीकरण के चलते भारत के सामने अब 15 अगस्त आजादी के 77वें महोत्सव पर 5 ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य है। भारत एशिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। औपनिवेशिक शासन काल से अब तक भारत की अर्थव्यवस्था 2.7 लाख करोड़ रुपयों से बढ़कर 57 लाख करोड़ रुपए हो गई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का हो गया है, जो बाहरी ताकतों से लड़ने में अर्थव्यवस्था की मदद करता है। भारत सरकार ने 1 जुलाई, 2017 से जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवा कर के जरिए कर प्रणाली की विसंगतियों को दूर करने का काम किया है।
 
4. शिक्षा में क्रांति : हमारे पास अब दुनिया के टॉप स्कूल और यूनिवर्सिटीज है। हमारे यहां पर दुनिया के सबसे ज्यादा और टॉप सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। आजादी के बाद शिक्षा के क्षेत्र में भारत ने लगातार विकास किया है। स्वतंत्रता के समय मात्र 12% साक्षरता दर थी लेकिन अब 74.04% है।  वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार पुरुषों की साक्षरता दर 82.14% और महिलाओं की साक्षरता दर 65.46% है। इसके चलते आईटी क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल की और हमने अपने दम पर अंतरिक्ष कार्यक्रमों में सफलता अर्जित की। यही नहीं हमने महामारियों का उन्मूलन भी किया और तेजी से विकास किया। 
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5. यात्रा में तेजी : भारत ने बस, रेल और हवाई यात्रा में भी अभूतपूर्व उन्नति की। आजादी के समय 32 लाइनों समेत कुल 42 अलग-अलग रेलवे प्रणालियां थीं। ये लाइनें करीब 33,000 किमी की थीं। वर्ष 1951 में इनका राष्ट्रीयकरण किया गया और अब भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क में से एक है। अब हमारे पास 68,312 किमी मार्ग पर 115,000 किमी का ट्रैक और 7,112 स्टेशन हैं। जिन पर अब बुलेट और वंदे भारत जैसी सुपरफास्ट ट्रेने दौड़ती हैं। इसी प्रकार अब भारतीय लोग देश और दुनिया में कहीं भी सुगमता से हवाई यात्रा कर सकते हैं। वर्ष 2015 में सालाना 25-40 मिलियन यात्री श्रेणी में एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल ने दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे को सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डे का खिताब दिया था।
 
6. प्रोडक्शन में आगे भारत : स्वतंत्रता के बाद भारत ने कई क्षेत्रों में विकास किया है। हमारे देश में अब इतनी फैक्ट्रियां और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां जिनकी गिनती करना मुश्किल है। इस देश में वह सब कुछ बनता है जो दुनिया में बनाया जा रहा है। सुपर कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, बाइक, कार, जहाज और हवाई जहाज भी भारत में बनते हैं। यही नहीं दुनिया में गोल्ड और हीरों के उत्पादन में भी भारत सबसे आगे है। दुनिया के कुल हीरो में से 90% हीरे हमारे देश भारत में ही पॉलिश और प्रसंस्करित किए जाते हैं। हरित क्रांति के जरिये खेतों में पैदावार को बढ़ाया तो भारत आज खेती के मामले में अग्रीण देशों में शामिल है। श्वेत क्रांति के जरिए भारत ने दुग्ध उत्पादन को बढ़ाकर क्षेत्र में शीर्ष पर पहुंचने का काम किया।
 
7. परमाणु ताकत संपन्न भारत : भारत ने आत्मरक्षा को लेकर 18 मई, 1974 को पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण किया। इसके 24 साल बाद तमाम अंतरराष्ट्रीय विरोधों को नजरअंदाज करके  11 और 13 मई, 1998 को पोखरण में परमाणु परीक्षणों को अंजाम देकर दुनिया को अपनी ताकत का अहसास करा दिया। आज भारत परमाणु से बिजली उत्पन्न करने वाले देश में शामिल है। परमाणु सिर्फ विध्वंस के लिए नहीं सृजन के लिए भी है।
 
8. इंटरनेट और मोबाइल क्रांति : 1981 में, भारत ने पहला दूरसंचार उपग्रह Apple हासिल किया और दूरसंचार क्षेत्र में भारत ने जो उपलब्धियां हासिल की उसको बयां करना कठिन है। 15 अगस्त 1995 VNSL से भारत में इंटरनेट की शुरुआत हुई। अब भारत में मोबाइल क्रांति ने लोगों की जीवन को बदलकर रख दिया है। मोबाइल से पेमेंट ने बैंकों की भीड़ कम कर दी। 2022 में भारत डिजिटल पेमेंट के मामले में नंबर 1 बन गया है।
 
9. स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना : 2001 में, वाजपेयी सरकार ने स्वर्णिम चतुर्भुज योजना की शुरुआत की. ये परियोजना भारत में चार प्रमुख शहरों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को जोड़ने वाली सबसे बड़ी राजमार्ग परियोजना थी. इसने भारत के हाईवे का चेहरा बदलकर रख दिया। अब भारत के पास विश्व का सबसे बड़ा और अच्छा सड़क मार्ग है। 
 
10. जनसंख्या : भारत की जनसंख्या ने अब चीन को पछाड़ दिया है। चीन अपनी जनसंख्या के बल पर दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बन गया था। उसने अपनी जनता को उत्पादन में लगा दिया था। श्रम शक्ति से उसने वह सब कुछ हासिल किया जो वह चाहता था। आज भारत में करीब 64 करोड़ युवा आबादी निवास करती है। यह युवा अपने श्रम के बदल पर दुनिया को बदलने की शक्ति रखते हैं। दूसरी बात यह कि जनसंख्या बढ़ती है तो उसके साथ ही बहुत सी चीजें बढ़ती है। भारत अपनी आबादी को आपदा नहीं अवसर में बदलने की तैयारी कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 1.428 बिलियन से अधिक जनसंख्या के साथ भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है।

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