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आजादी के 75 साल : कोरोनावायरस का कहर, अटलबिहारी वाजपेयी का निधन

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कमलेश सेन

2017- पहली बार बजट 1 फ़रवरी को पेश हुआ और रेल बजट भी मुख्य बजट में शामिल। रेल बजट अलग से प्रस्तुत करने की परंपरा समाप्त। गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी जीएसटी़, जो पूरे देश में एकीकृत कर प्रणाली थी, उसे लागू किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र ने 1 में दिन विश्व रिकॉर्ड बनाया था। 1 अंतरिक्ष अभियान में 104 सैटेलाइट्स लॉन्च किए, जो एक कीर्तिमान था।
 
2018- भारतीय जनता पार्टी के आधार स्तंभ पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपयी का निधन। केरल में भारी बारिश एवं भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य में 100 साल बाद इतनी भीषण बाढ़।
 
2019- पिनाकी चंद्र घोष देश की पहली लोकपाल बनीं। देश में हुए आम चुनाव में भाजपा और उसके गठबंधन को भारी सफलता। अनुच्छेद 370 और 35ए को ख़त्म कर जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा। सुप्रीम कोर्ट का राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया के पक्ष में फैसला।
 
2020- कोरोनावायरस से बचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि 24 मार्च की आधी रात से देश में 21 दिन का पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाएगा। कोरोनावायरस से देश में दहशत फ़ैल गई। देश में कर्फ्यू का माहौल हो गया और लोग अपने घरों में कैद हो गए। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती गई।
 
रेल और अन्य यातायात के पहिये रुक गए। जनमानस हजारों किलोमीटर दूर से पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े और देश में 1947 में विभाजन के वक्त के जनमानस के आवागमन की याद दिला दी गई। लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाती रही। गरीब मजदूरों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया। केंद्र और राज्य सरकार ने कुछ सुविधा भी खाद्यान्न और अन्य बातों को लेकर दी थीं। माल को लाने ले-जाने और परिवहन को प्रतिबंध के मुक्त रखा था।
 
2021- अप्रैल और मई 2021 में कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को हिला दिया। कुछ प्रतिबंध लगाए गए और कुछ में छूट भी दी गईं जिससे कि आर्थिक गतिविधियां चलती रहें। ऑक्सीजन के साथ इंजेक्शन का संकट देश में बना रहा और लोग इंतजाम में लगे रहे। कई लोगों को ठीक तरह से इलाज उपलब्ध नहीं हो पाया। श्मशान घाटों में मरने वालों के दाह-संस्कार के लिए स्थान मिलने में देरी होने लगी थी। वहां भी लाइन लगी थी।
 
पूरे देश में भय का माहौल था। कोरोना महामारी के चलते आर्थिक गतिविधियां संकट के दौर में पहुंच गईं। कई लोगों को नौकरी से हटा दिया गया व कई लोग बेरोजगार हो गए। धीरे-धीरे महामारी का प्रभाव कुछ कम हुआ और प्रतिबंध कम किए जाने लगे। भारत और बांग्लादेश के बीच रेलमार्ग से आवागमन आरंभ हुआ। हिमाचल में अटल सुरंग खोल दी गई। समुद्र तल से 10,044 फीट की ऊंचाई पर अटल टनल को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने दुनिया की सबसे लंबी यातायात टनल का दर्जा दिया है। टनल की लंबाई 9.02 किलोमीटर है। कोविड यानी कोरोना के टीका, जो देश में ही निर्मित था, का लगाना आरंभ।
 
2022- द्रौपदी मुर्मू भारत में पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति निर्वाचित हुईं। वे इससे पूर्व झारखंड की राज्यपाल थीं।

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