भोपाल। आने वाले दिनों में दुनिया में अंग्रेजी और चीनी भाषा के साथ हिन्दी का दबदबा बढ़ने के संकेतों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को आगाह किया कि आने वाला जमाना डिजिटल दुनिया का है और हिन्दी सहित भारतीय भाषाओं को अपने आप को इसके अनुरूप ढालना होगा।
गुरुवार को यहां शुरू हुए 3 दिवसीय 10वें विश्व हिन्दी सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ बता रहे हैं कि आने वाले दिनों में डिजिटल दुनिया में अंग्रेजी, चीनी और हिन्दी का दबदबा होगा।
उन्होंने कहा कि ऐसे में हमारा दायित्व है कि इस बात पर गंभीरता से काम शुरू करें कि हिन्दी सहित भारतीय भाषाओं को डिजिटल भाषा के अनुरूप कैसे बनाया जाए तथा भाषा एक बहुत बड़ा बाजार बनने वाला है और उसमें हिन्दी का बहुत महत्व होगा।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के अंत तक दुनिया की 6,000 में से 90 प्रतिशत भाषाएं लुप्त हो सकती हैं। ऐसे में हमें अपनी भाषाओं के संरक्षण और उन्हें बढ़ावा देने के गंभीर प्रयास करने होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के आगे बढ़ने के साथ ही हिन्दी का महत्व भी दुनिया में बढ़ेगा और दुनिया जिस तेजी से बदल रही है और जिस तरह से हर चीज का डिजिटलीकरण हो रहा है। हमें हिन्दी और भारतीय भाषाओं को इसके अनुरूप ढालने के बारे में सोचना होगा। (भाषा)